बॉलीवुड के एवरग्रीन कपल शाहरुख खान और गौरी खान आज अपनी शादी की सालगिरह मना रहे है। इस कपल की जोड़ी कई लोगों के लिए मिसाल है। आज ही के दिन यानि की 25 अक्टूबर 1991 में दोनों शादी के बंधन में बंधे थे। इस खास मौके पर एक्टर शाहरुख खान ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की, जिसके साथ पत्नी गौरी के लिए खास मैसेज लिखा।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर पत्नी गौरी खान के साथ एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर शेयर करते हुए लिखा है, 'हमेशा यही लगता है कि जैसे कल की बात हो। लगभग तीन दशक और तीन बच्चे। मेरे द्वारा बताई गई सभी परियों की कहानियों के अलावा, मेरा मानना है कि यह मुझे उतना ही सुंदर लगा है जितना सुंदर हो सकता है!
शाहरुख और गौरी की लवस्टोरी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। दोनों को एक-दूसरे के लिए काफी पापड़ बेलने पड़े। दोनों की मुलाकात एक कॉमन फ्रेंड की पार्टी में हुई थी। उस वक्त शाहरुख की उम्र सिर्फ 18 साल की थी। पार्टी में गौरी किसी और लड़के के साथ डांस कर रही थी, जोकि शाहरूख को पसंद नहीं आया। गौरी डांस करने में शरमा रही थी। शाहरुख ने हिम्मत करके गौरी को डांस के लिए पूछा लेकिन उन्होंने मना कर दिया और कहा कि वह अपने ब्वॉयफ्रेंड का इंतजार कर रही है। यह सुनते ही शाहरुख के सारे सपने टूट गए।
सच तो यह था कि गौरी का कोई ब्वॉयफ्रेंड था ही नहीं। गौरी का भाई उनका साथ था जिसके कारण उन्होंने शाहरुख से झूठ बोला। खुद शाहरुख ने यह बात एक इंटरव्यू में बताई थी। जब शाहरुख को ये बात पता चली तो उन्होंने गौरी से जाकर कहा, 'मुझे भी अपना भाई समझो।' यही से शुरू हुई दोनों की लवस्टोरी। वही, गौरी को भी शाहरुख का स्टाइल बहुत अच्छा लगा।
शाहरुख गौरी को लेकर काफी पजेसिव थे जिसके कारण गौरी को लगने लगा कि उन्हें इस रिलेशन से ब्रेक लेना चाहिए। एक बार गौरी शाहरुख के घर अपना बर्थ डे सेलिब्रेट कर रही थी और वह बिना शाहरुख को बताए अपने दोस्तों के साथ घूमने चली गई। उस वक्त शाहरुख को अहसास हुआ कि वह गौरी के बिना नहीं रह सकते और उन्होंने अपने दिल की बात मां को बताई। शाहरुख की मां ने उन्हें 10 हजार रुपए दिए और कहा कि उसे ढूंढ लाओ। शाहरुख ने गौरी को पूरे शहर में ढूंढा लेकिन वह नहीं मिली। बाद में वह उन्हें एक बीच में मिली। दोनों एक-दूसरे के गले लगाकर खूब रोए। तब दोनों ने शादी करने का फैसला कर लिया लेकिन घरवाले इसके लिए तैयार नहीं थे।
शाहरुख मुस्लिम और गौरी हिंदू ब्राह्मण परिवार से थीं। गौरी के घरवाले इस शादी के लिए कभी तैयार नहीं होते। घरवालों को मनाने के लिए गौरी ने खूब पापड़ बेले और आखिरकार दोनों एक हो ही गए। पहले दोनों ने कोर्ट में शादी की। बाद में इन दोनों का निकाह भी हुआ जिसमें गौरी का नाम आयशा रखा गया। बाद में हिंदू रीति-रिवाजों के मुताबिक दोनों की शादी हुई।
शादी के इतने साल बाद भी दोनों में प्यार बरकरार है। हमारी तो भगवान से यही दुआ है कि इनके बीच का प्यार यूं ही बना रहें।