आयुर्वेदिक तरीके ऐसी प्राचीन पद्धति है, जो ना सिर्फ आपको स्वस्थ रखती हैं बल्कि खूबसूरती बढ़ाने का भी काम करती हैं। पुराने समय में भी महिलाएं अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए कुदरती चीजों और जड़ी-बूटियों का ही इस्तेमाल किया करती थी। भले ही आज वैसी सुविधाएं ना रही हो लेकिन खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए महिलाएं हर्ब्स वाले प्रोडक्ट्स का खूब इस्तेमाल करती हैं। वही आजकल 'फॉरेस्ट फेशियल' भी काफी पॉपुलर हो रहा है, जो इसी से इंस्पायर्ड है। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है फॉरेस्ट फेशियल और क्यों है यह फायदेमंद।
क्या है फॉरेस्ट फेशियल?
इस फेशियल में जड़ी-बूटियों और बांस जैसे तत्वों का लेप तैयार करके मालिश की जाती है। इससे ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है, जिससे ना सिर्फ त्वचा में निखार आता है बल्कि स्किन प्रॉब्लम्स भी दूर होती है। साथ ही इसमें इस्तेमाल होने वाले हर्ब्स का असर सेहत पर भी नजर आता है।
ऐसे तैयार किया जाता है पैक
फॉरेस्ट फेशियल करने के लिए जड़ी-बूटियों और कोमल बांस को ग्राइंडर में पीस लिया जाता है और फिर इससे शरीर की मसाज की जाती है। फॉरेस्ट फेशियल में बांस के अलावा आंवला, एलोवेरा जैसे तत्वों का भी इस्तेमाल किया जाता है और ये तत्व स्किन की खूबसूरती बढ़ाने में पहले से ही काफी ज्यादा प्रचलित हैं।
क्यों फायदेमंद है बांस
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फोरेस्ट फेशियल में इस्तेमाल होने वाले तत्वों में बांस सबसे ज्यादा फायदेमंद है। मगर इसे सीधे त्वचा पर यूज नहीं किया जा सकता। इसके लिए पहले इसे आर्गेनिक ट्रीटमेंट के प्रोसेस से गुजरना होता है। इसके बाद इसे हल्का गर्म करके स्किन टाइप के हिसाब से मसाज की जाती है। इस फेशियल की खासियत यह है कि इसमें हाथों की उंगलियों की जगह बैंबू स्टिक से मसाज दी जाती है।
कील-मुहांसों से मिलता है छुटकारा
फॉरेस्ट फेशियल में आयुर्वेदिक हर्ब्स का यूज किया जाता है, जिससे कील-मुंहासे, ड्राई स्किन, स्किन पर दाग जैसी समस्याएं दूर हो जाती है। साथ ही इससे त्वचा को इंस्टेंट ग्लो मिलता है और वो खिली-खिली रहती हैं।
दिल व दिमाग के लिए भी फायदेमंद
यह फेशियल करवाने से दिल और दिमान दोनों रिफ्रेश हो जाते हैं, जिससे हार्ट अट्रैक के साथ डिप्रेशन का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। साथ ही यह शरीर को ऊर्जावान और इमोशनली स्ट्रॉन्ग बनाने में भी मदद करता है।
स्किन डिटॉक्स
बांस में पाया जाने वाला सिलिका त्वचा में कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम को सोखने की क्षमता बढ़ाता है, जिससे स्किन में मौजूद विषैले टॉक्सिंस बाहर निकल जाते हैं। साथ ही इससे एंटी-एजिंग की समस्याएं भी दूर रहती हैं।