उम्र से पहले सफेद बाल आने हर किसी को बुरा लगता है। कई बार लोग सफेद बालों की समस्या से परेशान लोग कई तरह की बातें सुनते है और उन पर यकीन करने लग जाते है, लेकिन वह सच नहीं होती है। जैसे की अधिकतर लोगों को कहना है कि सफेद बाल बुढ़ापे के साथ आते है लेकिन जब कई लोगों के 20 की उम्र में ही सफेद बाल आने लगते है। इसी तरह के ओर भी कई मिथ है जिन्हें आप सच मानते है चलिए बातते है आपको उनके बारे में..
एक बाल तोड़ने से और ज्यादा सफेद बाल आते है
इस भ्रम को हर व्यक्ति मानता है चाहे वह लड़का हो या लड़की लेकिन यह बात पूरी तरह से गलत है। रिसर्च की माने तो एक बाल का दूसरे बाल पर कोई असर नहीं पड़ता है। वहीं अगर आप बार-बार सफेद बाल तोड़ते है तो इससे बालों के फॉलिकल डैमेज हो जाएं गे और दूसरा बाल फिर कभी नहीं आएगा।
एक साथ सारे बाल सफेद होते है
एक साथ कभी भी सारे बाल सफेद नहीं होते है, जब तक कोई बीमारी न हो। धीरे-धीरे उनका पिगमेंट खत्म होने के कारण बाल सफेद हाने लगते है। जब एक बार बाल टूट जाता है तो उसकी जगह पर फिर हल्के रंग का बाल आता है और फिर धीरे- धीरे पिगमेंट खत्म होने के कारण सफेद बाल आने लगते है।
डर के कारण बाल सफेद होते है
लोगों को लगता है कि हॉरर फिल्म देखकर डर लगने से बाल सफेद होते है लेकिन ऐसा नहीं है। डर के कारण चेहेर और दिल प असर जरुर पड़ता है लेकिन बालों पर नहीं पड़ता है।
कलर से बाल सफेद होते है
ज्यादा हेयर कलर लगाने से बाल डैमेज होने, टूटने की समस्या हो सकती है लेकिन बाल कभी भी सफेद नहीं होते है। हेयर फॉलिकल का पिगमेंट जब तक कम नहीं होगा तब तक बालों का रंग नहीं बदलेगा। इसलिए बिना डरे आप अपने बालों पर अपनी पसंद का रंग करवा सकती है।
स्ट्रेस के कारण बाल सफेद होते है
चिंता या स्ट्रेस के कारण आपको बहुत सी बीमारियां हो सकती है लेकिन आपके बाल सफेद नहीं होते है। स्ट्रेस से आपके बाल डैमेज होकर झड़ सकते है लेकिन यह कभी सफेद नहीं होते है।
लाइफस्टाइल नहीं उम्र से बाल सफेद होते है
बाल न केवल उम्र के कारण नहीं खराब लाइफस्टाइल के बारे में भी सफेद हो सकते है। सिगरेट, शराब, ड्रग्स का बालों पर बहुत असर पड़ता है। डाइट में विटामिन, कैल्शियम, प्रोटीन की सही मात्रा न लेने पर भी बाल सफेद हो सकते है।