नेपाल में एक महीने तक चलने वाला ‘फेस्टिवल ऑफ इंडिया’ शुरू हो चुका है और अगर आप नेपाल घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह टाइम आपके लिए बेस्ट है। नेपाल में घूमने के साथ-साथ आप वहां इस फेस्टिवल में भी शामिल हो सकते हैं, जिसकी शुरुआत 19 फरवरी से हुई है और यह फेस्टिवल 21 मार्च तक चलेगा। इसका मकसद नेपाल की नई पीढ़ी को भारत और हिमालयी देश के बीच समानताओं के बारे में जानकारी देना है। फेस्टिवल की शुरुआत भगवान बुद्ध के जीवन पर संगीतमय नाटक के साथ हुई और इस दौरान संस्कृत सम्मेलन, डांस, फूड फेस्ट व अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।
इन जगहों पर भी घूमें
कहने को नेपाल भले ही परदेस हो लेकिन वहां आपको बिल्कुल ऐसा लगेगा जैसे भारत में ही हों। नेपाल टूरिस्टों के बीच काफी पॉप्युलर डेस्टिनेशन है। ऊंचे पहाड़ों और चाइनीज़ खाने के साथ-साथ यह अडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी जाना जाता है।
पशुपतिनाथ मंदिर
नेपाल की राजधानी काठमांडू में पशुपति नाथ मंदिर है। ऐसा माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण वैदिक काल से भी पहले का है। यहां पर आप दिल्ली से काठमांडू डायरेक्ट फ्लाइट से जा सकते हैं।
काठमांडू शहर
नेपाल की राजधानी काठमांडू हिमालय के पहाड़ों से घिरी हुई है। काठमांडू शहर के बीच में दरबार स्केवयर है जहां नेपाली ट्रेडिशनल डांस होता है।
मुक्तिनाथ मंदिर
मुक्तिनाथ घाटी में स्थित मुक्तिनाथ मंदिर हिंदुओं और बौद्धों दोनों के लिए पवित्र स्थल है। पुराणों के मुताबिक मुक्तिनाथ मंदिर का संबंध सृष्टि के आरंभ काल से माना जाता है, जहां विष्णु की पूजा शालिग्राम के रूप में होती है।
पाटन
पाटन नेपाल का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। ये नेपाल के साउथ-सेंट्रल पार्ट में है। पाटन अपनी कल्चरल हैरिटेज, आर्ट और क्रॉफ्ट के लिए जाना जाता है। पाटन को फेस्टिवल का शहर भी कहा जाता है।
पोखरा
सेंट्रल नेपाल में फेवा झील के पास पोखरा शहर है। ये हिमालय ट्रेल के अन्नपूर्णा सर्किट के गेटवे के तौर पर जाना जाता है। ये जगह अपने मंदिर और झील के लिए फेमस है।
नगरकोट
पोखरा के अलावा नेपाल का नगरकोट हिल स्टेशन भी टूरिस्टों को काफी पसंद है। यहां से हिमालय की पहाड़ियों का शानदार व्यू आपको रोमांचित कर देगा।
सागरमठ
नेपाल का सबसे बड़ा अट्रैक्शन सागरमठ नैशनल पार्क हैं। पूर्वी नेपाल की हिमालयी पहाड़ियों में स्थित यह नैशनल पार्क दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट के पास है। यहां जाकर आपको एहसास होता है मानो एवरेस्ट की चढ़ाई कर ली हो। यह जगह ट्रैकिंग के लिए भी काफी मशहूर है।