प्रेग्नेंसी में हर महिला को कई तरह के शारीरिक बदलावों से गुजरना पड़ता है। इसका सबसे बड़ा कारण हार्मोनल बदलाव हैं। इस समय महिला को किसी भी तरह का संक्रमण बहुत जल्दी घेर लेता है, जिसमें से एक है वेजाइनल इंफैक्शन। इसे नजरअंदाज करना परेशानी को बढ़ा सकता है। इसे छुपाने की बजाय तुरंत अपने डॉक्टर से इसके बारे में सलाह लेकर इलाज करें लेकिन अपनी मर्जी को किसी भी दवा का सेवन करने से बचें क्योंकि इससे मां और बच्चे दोनों की सेहत को नुकसान हो सकता है। वेजाइनल इंफैक्शन से बचने के लिए आप कुछ घरेलू उपायों की मदद ले सकती हैं।
क्या है वेजाइनल इंफैक्शन?
यह समस्याएं सिर्फ प्रेग्नेंसी में ही नहीं बल्कि किसी भी महिला को हो सकती है। यह एक तरह का यीस्ट इंफैक्शन है जिसे कैंडिडा (candida) भी कहा जाता है। जब प्राइवेट पार्ट में फंगल या फिर खमीर की मात्रा ज्यादा हो जाए तो इससे संक्रमण बढ़ जाता है। जिस वजह से खुजली, यूरिन करते समय तकलीफ, जलन और दर्द आदि जैसी कई परेशानियां हो सकती हैं।
वेजाइनल इंफैक्शन के कारण
यह कोई बीमारी नहीं है लेकिन समय रहते अगर इसका इलाज न किया जाए तो परेशानी बढ़ सकती है। इसके फैलने के कई कारण हो सकते हैं।
एंटीबायोटिक्स का ज्यादा सेवन
तनाव
डायबिटीज
हॉर्मोंस में बदलाव
गर्भनिरोधक गोलियों का अधिक सेवन
गर्भावस्था के दौरान एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ना
संबंध बनाने के बाद सफाई न रखना
घरेलू उपायों से करें इलाज
क्रैनबेरी का करें सेवन
प्रेग्नेंसी में इस तरह की इंफैक्शन से बचने के लिए क्रैनबेरी जूस का सेवन करें। इसके एंटीबायोटिक और एंटीसेप्टिक गुण शरीर में बैक्टीरिया को पनपने से रोकते हैं। इससे वेजाइनल इंफैक्शन से बहुत जल्दी आराम मिलता है। रोजाना कम से कम 1 गिलास क्रैनबेरी जूस का सेवन करें।
आंवला है लाभकारी
विटामिन सी से भरपूर आंवला प्रेग्नेंसी में बहुत गुणकारी है। वेजाइनल इंफैक्शन से राहत दिलाने में भी यह बहुत गुणकारी है। 1 चम्मच आंवला के पाउडर में शहद मिलाकर एक हफ्ते तक इसका सेवन करें, बहुत जल्दी आराम मिलेगा।
दही से दूर होगी इंफैक्शन
दही के एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबायोटिक गुण सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। आप इसके इस्तेमाल से वेजाइनल इंफैक्शन से भी आराम मिलता है। रूई पर दही लगाकर इसे प्राइवेट पार्ट पर लगाएं और आधे घंटे के लिए छोड़ दें। बाद में पानी से साफ कर लें। इसे हफ्ते में 3 से 4 बार लगाएं, कोई नुकसान भी नहीं होगा और खुजली से आराम भी मिलेगा।
साबुन का न करें इस्तेमाल
वेजाइनल इंफैक्शन के दौरान किसी भी तरह के साबुन का इस्तेमाल न करें। इसके हार्श कैमिकल्स परेशानी को और भी ज्यादा बढ़ा सकते हैं। प्राइवेट पार्ट की सफाई रखें और इसे गीला न होने दें।
नारियल तेल है बेस्ट
नारियल तेल यीस्ट इंफैक्शन से राहत दिलाने में मददगार है। इस तेल को प्रभावित जगह पर दिन में 2 से 3 बार लगाएं। जब आराम आना शुरू हो जाए तो इसे दिन में 1 बार लगाना शुरू कर दें।
सेब का सिरका
सेब का सिरका खराब बैक्टीरिया को मार कर अच्छे जीवाणुओं का बचाव करता है। इससे यीस्ट इंफैक्शन से बहुत जल्दी आराम मिलता है। नहाने के टब में 1 या 2 कम सेब का सिरका डाल लें। इस टब में 5 ये 10 मिनट के लिए बैठ जाए और बाद में प्राइवेट पार्ट को सुखाएं। रोजाना 1 यह उपाय जरूर करें।