प्रदूषण के खिलाफ एंटी-प्लास्टिक और गो ग्रीन पर चले अभियान के बावजूद भी आपको बाजर में प्लास्टिक बैग आराम से मिल जाएंगे। कई बार लोग खरीददारी करने के बाद प्लास्टिक बैग समेज सब्जियों व फलों को फ्रिज में रख देते हैं। वहीं कुछ लोग सब्जियां स्टोर करने के लिए जिप पाउच का इस्तेमाल करते हैं। पर शायद आप इस बात से अंजान है कि ऐसा करना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है।
सेहत के लिए हानिकारक है प्लास्टिक बैग
रिसर्च में यह बात साफ हो गई है कि प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता है। दरअसल, बंद प्लास्टिक में रखी हुई चीजों में हवा नहीं लगती, जिसकी वजह से इसके अंदर रखा सामान जल्दी खराब हो जाता है और इनमें बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। यही बैक्टीरिया आपके पेट में जाकर आपको बीमार बना सकते हैं।
केमिकल्स युक्त होते हैं प्लास्टिक बैग
अगर आप प्लास्टिक में लिपटे जंग फूड का सेवन करते हैं तो जल्दी अपनी ये आदत सुधार लें। बता दें, प्लास्टिक बैग बिसफिनॉल ए व फिथैलेट्स नामक केमिकल्स होते हैं, जो शरीर के टिशू व जीन्स को नष्ट कर देते हैं। इतना ही नहीं, इससे हॉर्मोनल बदलाव जैसी समस्याएं भी पैदा होती हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि आप इसकी बजाए ब्राउन पेपर का इस्तेमाल करें।
भारत में अधिक होता है पॉलीथिन का इस्तेमाल
पॉलीथिन बैग के प्रयोग में भारत अन्य देशों की तुलना में काफी आगे हैं। औसतन हर शख्स प्रत्येक साल एक कि.लो. से ज्यादा पॉलीथिन बैग का प्रयोग कर रहा है, जिसे वह खुले में फेंक देता है। पॉलीथिन बैग सीवर में डाले जाने से उसमें पानी रुक जाता है। ऐसे में उसमें मच्छर पनपने लगते हैं, जिससे मलेरिया समेत कई प्रकार की बीमारियां फैलती हैं।
गर्म खाने को पॉलीथिन बैग में पैक करना गलत
जंक फूड, होटल या रेस्तरां से खाने का सामान अक्सल लोग प्लास्टिक बैग में पैक करवा लेते हैं लेकिन गर्म खाने को पॉलीथिन में रखने से सेहत को दोगुणा नुकसान हो सकता है। दरअसल, इससे पॉलीथीन को बनाने में प्रयोग किए जाने वाले केमिकल का कुछ हिस्सा खाने के जरिए शरीर में चला जाता है, जो बाद में आंत, लिवर व किडनी से जुड़ी बीमारियों का कारण बनता है। इसके अलावा इससे सांस और स्किन की बीमारियां होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
प्लास्टिक की वजह से होता है कैंसर
प्लास्टिक में खाने की चीजें रखने से कैंसर होने का खतरा भी बढ़ जाता है। प्लास्टिक बैग को लंबे समय तक धूप में या गर्मी में रखना भी सही नहीं है क्योंकि इससे उसमें लगे केमिकल्स खाने की चीजों में आ जाते हैं, जो शरीर में कैंसर सेल्स को बढ़ावा देते हैं।
काली व गुलाबी पन्नी से रहें दूर
लोग अक्सर नॉनवेज फूड के लिए काली और सब्जियों के लिए गुलाबी पन्नी का इस्तेमाल करते हैं लेकिन आपको बता दें कि यह सेहत को ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। दरअसल, इन दोनों पॉलीथन्स को रिसाइकर करके बनाया जाता है, जो औरों के मुकाबलें सेहत को ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। वहीं इनमें रखी चीजें खाने से फूड प्वॉइजनिंग की समस्या भी हो सकती है।
प्लास्टिक नहीं, इन चीजों का करें इस्तेमाल
आप प्लास्टिक बैग्स की बजाए ब्राउन पेपर या कपड़े के बैग का यूज कर सकते हैं। अगर आप प्लास्टिक में सामान लेकर आए ही हैं तो घर आने के बाद फल व सब्जियों को तुरंत निकाल दें। पॉलीथिन के केमिकल्स को फल व सब्जियों से निकालने के लिए उन्हें एप्पल साइडर विनेगर वाली पानी से धोएं। इसके अलावा प्लास्टिक बैग्स में पैक्ड गर्म फूड खाने से बचें।