शुक्ल पक्ष के 8 और 9 नवंबर को पूरे भारत में तुलसी का विवाह के पर्व के दिन के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन कई तरह के नियमों का पालन किया जाता है। माना जाता है कि तुलसी विवाह करवाने वाले लोगों को महा कन्यादान के समान लाभ प्राप्त होता है साथ आपके कई तरह के पाप भी नष्ट हो जाते है। वहीं इस दिन अगर कोई नियम तोड़ा जाए या कोई ऐसे काम किया जाए जो नहीं करना चाहिए था उससे नर्क की यातनाएं झेलनी पड़ती है। चलिए बतातें है आपको इस दिन क्या काम करने चाहिए और क्या नहीं ?
जरुर करें ये काम
- इस दिन माता तुलसी का विवाह भगवान शालिग्राम से जरुर करवाएं इससे आपको मां तुलसी के साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होगी।
- जिस घर में बेटी का सुख नहीं है वह लोग तुलसी विवाह करवाएं इससे उन्हें कन्यादान का फल प्राप्त होगा।
- इस दिन घर में छोटी सा चांदी की तुलसी का पौधा लाना बहुत ही शुभ माना जाता है।
- तुलसी का विवाह करने के बाद मंदिर में ही उस तुलसी का दान कर दें और घर में नई तुलसी लाकर लगाएं।
- इस दिन तुलसी के पौधे के नीचे दीपक अवश्य जलाएं। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होगी।
- तुलसी का विवाह कराने से सभी प्रकार के दोष नष्ट हो जाते है।
- तुलसी विवाह का फल प्राप्त करने के लिए मां तुलसी को लाल रंग की चुनरी अवश्य चढ़ाएं।
- इस दिन तुलसी मां को याद से जल चढ़ाएं।
- इस दिन मंदिर या किसी व्यक्ति को तुलसी मां का दान करना चाहिए। इससे भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
- इस दिन छोटी लड़कियों को मीठा खाने के लिए दें।
- तुलसी जी को श्रृंगार की सभी चीजें चढ़ाएं।
इस न करें ये गलतियां
- इस दिन तुलसी मां के पत्ते तोड़ने से भगवान विष्णु के क्रोध का सामना करना पड़ सकता है।
- तुलसी के पौधे को न ही उखाड़ें और न ही उसका अपमान करें।
- इस दिन भूल कर भी मांसाहारी भोजन और शराब का सेवन न करें।
- अगर आपने इस दिन व्रत रखा है तो किसी को भी अशब्द न बोलें।
- घर में लहसून और प्याज का उपयोग न करें।
- ब्राह्मचर्य का पालन अवश्य करें और किसी भी तरह का कोई गलत काम न करें।
- खाने में चावल या चावल से बनी किसी भी चीज का इस्तेमाल न करें।
- इस दिन पैसे के बदले किसी को भी तुलसी न दें इससे आपको काफी नुकसान होगा।
- इस महीने भगवान विष्णु अपनी निद्रा से उठ चुके होते है इसलिए भूल कर भी घर में बुजुर्गों का अपमान न करें।