रोगाणुओं के फैलने से व्यक्ति कई तरह की बीमारियों की चपेट में आ जाता है। इन्हें में से एक है पीलिया। इस बीमारी में व्यक्ति की आंखे, नाखून, पेशाब का रंग गहरे पीले रंग का हो जाता है। इस प्रॉब्लम में लीवर भी कमजोर हो जाता है। जिस वजह से इंसान को भूख लगनी कम हो जाती है। उल्टी और जी मचलाना भी आम हो जाता है। पीलिए का ज्यादातर इलाज घरेलू नुस्खों द्वारा किया जा सकता है। तो चलिए आज जानते हैं उन्हें कुछ घरेलू नुस्खों के बार में....
त्रिफला पाउडर
एक गिलास पानी में एक चम्मच त्रिफला भिगोकर रख दें। रातभर भिगोने के बाद सुबह इस पानी को छान कर पिएं। लगभग दो सप्ताह तक इस प्रयोग को करने से पीलिए में काफी राहत मिलती है।
धनिया के बीज
एक गिलास पानी में खड़ी धनिया या धनिया के बीच रातभर भिगोकर रख दें। सुबह इस पानी को पी लें। प्रतिदिन ऐसा करने से पीलिया ठीक होने में मदद मिलती है।
टमाटर का जूस
एक गिलास टमाटर के जूस में चुटकी भर काली मिर्च और नमक मिलाकर सुबह के समय पीने से पीलिया में काफी लाभ होता है। टमाटर में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो रोगों से लड़ने में सहायक है।
गोभी और गाजर
गोभी और गाजर का रस निकालकर, दोनों को समान मात्रा में मिलाकर पीने से भी पीलिया में बहुत लाभ मिलता है। आप चाहें तो इसमें भी चुटकी भर काली मिर्च और नमक डाल सकते हैं।
नीम के पत्ते
5 नीम के पत्तों को धोकर इनका रस निकालकर रोगी को पिलाने से भी पीलिया में लाभ होता है। प्रतिदिन 1 चम्मच नीम के पत्तों का रस बेहद लाभदायक होता है।
फलों का रस
पीलिया में नींबू, संतरा और विटामिन-सी से भरपूर फलों का रस पीने से बहुत फायदा होता है। प्रतिदिन नींबू पानी पीने से भी आप इस बीमारी से छुटकारा पा सकते हैं।
हल्का-फुल्का भोजन
इस बीमारी में हल्का और आसानी से पचने वाला भोजन ही लें। पतली खिचड़ी, दलिया, उबला आलू, शकरकंद ही चीजें खाना आपके लिए फायदेमंद हो सकती हैं। इसके अलावा गुड़, चीनी, मूली और छाछ का सेवन भी कर सकते हैं।
गन्ने का रस
गन्ने का रस पीना पीलिया के मरीजों के लिए रामबाण इलाज है। प्रतिदिन गन्ने का रस पीने से यह बीमारी जड़ से समाप्त हो सकती है रस पीने से पहले साफ-सफाई का ध्यान अवश्य कर लें।
अन्य जरुरी बातें
कच्चा और पका पपीता, मूली का रस,आमला, अनानास, दही आदि का प्रयोग पीलिया में आपको ठीक करने में मदद करेगा। इसके अलावा ग्लूकोज का सेवन करना न भूलें। इस रोग में शरीर में पानी की कमी न हो इसलिए जितना हो सके उतना अधिक पानी पिएं। पानी को उबालकर पीना न भूलें।