थायराइड रोग आज तेजी से अपने पैर पसार रहा है जिसकी ज्यादा शिकार महिलाएं हैं। पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को यह बीमारी होने की 9 गुना अधिक आशंका होती है। यह बात तो आप जानते ही हैं कि थायराइड का संबंध हार्मोंनस के बिगड़ते संतुलन से हैं। जब यह आऊट ऑफ कंट्रोल हो जाते हैं तो महिलाओं के शरीर में दिक्कतें दिखना शुरु हो जाती है। अनचाहे बाल, बढ़ता हुआ या कम होता वजन, सुस्ती थकान, पीरियड की खराबी, कमजोर इम्यूनिटी, चेहरे व आंखों में सूजन, कब्ज आदि कि समस्या सब इस बीमारी के ही लक्षण हैं।
यह दो तरह का होता है हाइपो थायराइड और हाइपर थायराइड...
और महिलाएं ज्यादातर हाइपो थायराइड की शिकार होती हैं जिसमें वजन तेजी से बढ़ने लगता है। ऐसी स्थिति में महिलाओं को पीरियड्स 28 दिनों के बीच आने की बजाए 30 से 35 दिनों के बाद आते हैं। वहीं प्रेग्नेंसी में दिक्कत होने लगती है।
किन महिलाओं को होती है अधिक समस्या
-मेनोपॉज और प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को थायराइड होने की आशंका सबसे ज्यादा होती है क्योंकि इस दौरान उनके शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं। साथ ही बढ़ती उम्र, कार्बोहाइड्रेट्स न लेने, ज्यादा नमक या सी-फूड खाने वाली महिलाओं को इसका खतरा अधिक होता है।
-जिन महिलाओं के शरीर में आयोडीन व विटामिन बी12 की कमी हो उन्हें भी इस बीमारी का खतरा रहता है। अगर आप फिजिकल एक्टिविटी नहीं करती और हैल्दी डाइट नहीं खा रही तो
-अगर आप ज्यादा तनाव व टेंशन में रहती हैं तो भी...
जरूरी है समय पर दवाई लेना
कुछ टेबलेट्स के नियमित सेवन से इस पर काबू पाया जा सकता है। अगर सही समय और सही मात्रा में दवाइयां ना ली जाए तो हानिकारक प्रभाव भी देखने को मिल सकते हैं।
अब हम आपको बताते हैं कि थायराइड से ग्रस्त महिलाओं को अपनी डाइट में क्या लेना और क्या नहीं।
क्या खाएं?
थायराइड पेशेंट डाइट में नट्स, सेब, सिट्स फ्रूटस, दाल, कद्दू के बीज, दही, संतरे का रस, आयोडीन युक्त चीजें, नारियल तेल, अदरक, हरी सब्जियां, साबुत अनाज, ब्राउन ब्रैड, ऑलिव ऑयल, लेमन, हर्बल और ग्रीन टी, अखरोट, जामुन, स्ट्रॉबेरी, गाजर, हरी मिर्च, बादाम, अलसी के बीज, शहद आदि लें।
क्या न खाएं?
सोया प्रोडक्ट, रेड मीट, पैकेज्ड फूड, बेक्ररी आइट्म, जंकफूड, नाशपाती, मूंगफली, बाजरा, फूलगोभी, शलगम, पास्ता, मैगी, व्हाइट ब्रेड, सॉफ्ट ड्रिंक, अल्कोहल, कैफीन, ज्यादा मीठी चीजें खाने से बचें।
थायराइड के लिए योग
इसके अलावा थायराइड से छुटकारा पाने के लिए आप योग का सहारा भी ले सकती हैं। थायराइड के लिए आप अपनी रूटीन में कपालभाति, उज्जायी प्राणायाम, ग्रीवासन (Grivasana), सिम्हासन (Simhasana) और हलासन कर सकते हैं।
डाइट, योग और दवाइयों के साथ-साथ आप कुछ घरेलू नुस्खे अपनाकर भी थायराइड को कंट्रोल कर सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं थायराइड को कंट्रोल करने के कुछ देसी नुस्खे...
हल्दी वाला दूध
रोजाना हल्दी वाला दूध पीने से भी थायराइड कंट्रोल में रहता है। अगर आप हल्दी वाला दूध नहीं पीना चाहती तो आप हल्की को भून कर भी खा सकती हैं। इससे भी थायराइड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
मुलेठी का सेवन
थायराइड के मरीज जल्दी थक जाते हैं। एेसे में मुलेठी का सेवन आपके लिए बेहद फायदेमंद होगा। इसमें मौजूद तत्व थायराइड ग्रंथी को संतुलित करके थकान को उर्जा में बदल देते हैं।
प्याज से मसाज
थायराइड को कंट्रोल करने के लिए सबसे अच्छा तरीका है प्याज। इसके लिए प्याज को दो हिस्सों में काटकर सोने से पहले थायराइड ग्लैंड के आस-पास क्लॉक वाइज मसाज करें। मसाज के बाद गर्दन को धोने की बजाए रातभर के लिए ऐसे ही छोड़ दें। कुछ दिन लगातार ऐसे करने से आपको इसके नतीजे दिखने शुरू हो जाएंगें।
गेहूं और ज्वार
गेहूं और ज्वार आयुर्वेद में थायराइड की समस्या को दूर करने का बेहतर और सरल प्राकृतिक उपाय है। इसके अलावा यह साइनस, उच्च रक्तचाप और खून की कमी जैसी समस्याओं को रोकने में भी प्रभावी रूप से काम करता है।
हरा धनिया
थाइराइड का घरेलू इलाज करने के लिए हरा धनिया को पीसकर उसकी चटनी बना लें। इसे 1 गिलास पानी में घोलकर रोजाना पीने से थायराइड कंट्रोल में रहेगा। आप चाहे तो चटनी का सेवन खाने के साथ भी कर सकती हैं।
ऑयुर्वेदिक पत्तों का सेवन
इसके अलावा रोजाना सुबह खाली पेट शीशम, नीम, तुलसी, एलोवेरा और गिलोय के 5-7 पत्ते चबाएं। इससे खून की कोई खराबी नहीं होती। साथ ही इससे थायराइड के साथ-साथ अन्य बीमारियां भी जड़ से खत्म हो जाती हैं।
साथ ही रोजाना सैर और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें। तनाव मुक्त रहें और हैल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं। याद रखें कि हेल्दी लाइफस्टाइल को फॉलो करके ही आप थायराइड को कंट्रोल कर सकती हैं।