सेहतमंद रहने के लिए जितना जरूरी भरपूर लेना है, उतना ही महत्वपूर्ण है सही पोजीशन में सोना। खराब नींद ना सिर्फ दर्द का कारण बनती है बल्कि इससे डायबीटीज, हाई ब्लड प्रेशर और दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा भी बना रहता है। मगर क्या आपको पता है कि आपके सोने की आदतों से सेहत के बारे में कई बातें बताई जा सकती हैं। जी हां स्लीपिंग हैबिट्स से पता लगाया जा सकता है कि आप कितने हेल्दी हैं।
सोने की आदतों से जानें बीमारी
बार-बार पेशाब के लिए जाना
रात में बार-बार पेशाब आना डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। अगर आप भी रात में 2 से ज्यादा बार पेशाब जाते हैं तो चेकअप करवाएं क्योंकि यह प्री-डायबीटीज का संकेत हो सकता है। दरअसल, जब खून में शुगर का मात्रा बढ़ जाती है तो शरीर पेशाब के रास्ते से इसे बाहर निकालने की कोशिश करता है।
अचानक नींद टूट जाना
सोते हुए अचानक नींद खुल जाना रेस्टलेस लेग सिंड्रोम का संकेत ह सकता है। यह एक दिमागी विकार है, जिससे लगभग 3 प्रतिशत आबादी के लोग प्रभावित है। अगर लगातार ऐसा हो तो डॉक्टर से संपर्क करें।
सोते समय झटके महसूस होना
जब रात को आप गहरी नींद में सो रहे होते हैं तो अचानक आपको झटके आने लगते है। ऐसा तब होता है जब आप सपना देख रहे होते हैं। कभी-कभी तो आप अचानक चिल्लाने भी लगते है। इस अवस्था को 'हाइपेनिक जर्क' कहा जाता है। एक रिसर्च के अनुसार दुनिया भर में 70 प्रतिशत लोग इस स्थिति को जरूर महसूस करते हैं।
सांस लेने में परेशानी
स्लीप ऐप्निया बीमारी के कारण सोते समय सांस लेने में परेशानी होती है। मौजूदा समय में लोगों में यह बीमारी काफी बढ़ रही है, जिसका सबसे बड़ा कारण है खराब दिनचर्या।
करवट बदलना और दिल तेज धड़कना
अगर आप रात को करवटें बदलते रहते हैं या अचानक दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं तो यह ओवरऐक्टिव थायरॉयड के कारण हो सकता है। ऐसा होने पर आपको डॉक्टर से चेकअप करवाना चाहिए।
सोते समय हिल ना पाना
क्या आप भी सोते हुए अचानक जाग जाते हैं या अपने शरीर को हिला नहीं पाते। अगर ऐसा है तो आप स्लीप पैरालिसिस यानि निद्रा लकवा के शिकार हैं। स्लीप पैरालिसिस एक ऐसी अवस्था है जब कोई नींद से उठता है और देखता है कि उसका पूरा शरीर लकवाग्रस्त हो गया है। ऐसे में वह अपने शरीर के किसी भी अंग को हिला-डुला नहीं पाता। ऐसा अक्सर उन लोगों के साथ ज्यादा होता है जो नार्कोलेप्सी या निद्रा रोग से ग्रस्त होते हैं। नींद से संबंधित इस समस्या में सोते या जागते समय मांसपेशियों की निष्क्रियता शामिल है।
अच्छी और गहरी नींद लेने के तरीके
शरीर का तापमान सामान्य रहने से नींद ज्यादा अच्छी आती है इसलिए सोने से पहल कभी भी ठंडे पानी से स्नान न करें।
सोने से पहले चाय, कॉफी या किसी तरह के एनर्जी ड्रिंक का सेवन न करें। इसकी बजाए आप सोने से पहले गर्म दूध का पीएं। इससे आपको अच्छी नींद आएगी।
रात में सोने से पहले तलवों पर सरसों के तेल से मालिश करनी चाहिए। इससे दिमाग शांत और स्थिर होता है, जिससे नींद अच्छी आती है।
रात को हैवी खाना खाने से भी नींद न आने की परेशानी हो सकती है। रात के समय हल्का-फुल्का खाना खाएं। जिससे पेट में गैस बनने की परेशानी नहीं होगी।