झुर्रियां सिर्फ चेहरे पर ही नहीं बल्कि आंखों के आस-पास भी पड़ती है, जिसे क्रोज फीट (Crows Feet) कहा जाता है। जब आंखों की स्किन पर लकीरे सी नजर आने लगती है तो चेहरा भी भद्दा लगने लगता है। हालांकि महिलाएं इसके लिए ब्यूटी प्रोडक्ट्स का सहारा लेती हैं लेकिन कैमिकल्स युक्त प्रोडक्ट्स चेहरे के साथ आंखों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ घरेलू टिप्स बताएंगे, जिससे आप बिना किसी साइड इफैक्ट के इनसे छुटकारा दिलाएगी।
क्यों बनते हैं क्रोज फीट?
बढ़ती उम्र के साथ-साथ आंखों के कुछ हिस्सों पर झुर्रियां पड़ने लगती है, जिसमें से आंखे भी एक है। दरसअल, आंख के पास की मांसपेशियां नाजुक होती हैं इसलिए ज्यादा सिकुड़ने व फैलने से वो टूट जाती हैं। इसके कारण त्वचा के फैलने व सिकुड़ने की क्षमता कम हो जाती है और झुर्रियां पड़ने लगती है।
इन लोगों को अधिक होती है समस्या
35 वर्ष की उम्र के बाद इनके होने की संभावना बढ़ जाती है। जो लोग हंसते समय आंख सिकोड़ लेते है उन्हें दूसरों के मुकाबले झुर्रियां जल्दी पड़ती है। चेहरे पर आने वाले इस भाव के कारण मांसपेशियां जल्दी सिकुड़ जाती हैं। ये झुर्रियां दो तरह की होती हैं एक जो हमेशा नजर आती है और दूसरी जो हंसने या अन्य गतिविधि के कारण नजर आती हैं।
क्रोज फीट Crows feet का कारण
आंखों के नीचे की त्वचा बेहद पतली और संवेदनशील होती है इसलिए यह बहुत जल्दी प्रभावित होती है। इसके अलावा क्रोज फीट के कई और कारण भी हो सकते हैं...
बढ़ती उम्र
बढ़ती उम्र के कारण एंटी-एजिंग की समस्याएं आम देखने को मिलती है क्योंकि इस दौरान शरीर में बहुत से पोषक तत्वों की कमी हो जाती है।
धूप में अधिक समय बिताना
धूप की यूवी किरणें भी त्वचा को नुकसान पहुंचती है। दरअसल, आंखे तेज धूप बर्दाश नहीं कर पाती। ऐसे में उनका बंद होना तो स्वाभाविक ही है। मगर ऐसा अधिक होने पर झुर्रियां पड़ जाती हैं।
आंख मींचकर देखने या हंसने की आदत
ऐसा बार-बार करने से आंखों की मांसपेशियों पर जोर पड़ता है और वो कमजोर हो जाती है। यह क्रोज फीट बनने का सबसे बड़ा कारण है।
आंख मसलने की आदत
अगर आपको भी आंखे मसलने की आदत है तो आज ही उसे छोड़ दें क्योंकि इससे भी नाजुक मांसपेशियों को नुकसान होता है।
करवट लेकर सोना
करवट लेकर सोने पर तकिए से आंख के पास की त्वचा खिंचती है, जो झुर्रियों का कारण बन जाती है।
धूम्रपान की आदत
धूम्रपान से विषैले तत्व शरीर में जाकर कई तरह के नुकसान पहुंचाते हैं, जिनमे से स्किन पर झुर्रियां भी एक है।
मेनोपॉज
मेनोपॉज के कारण शरीर में हार्मोन का बैलेंस गड़बड़ा जाता है, जिससे त्वचा भी प्रभावित होती है और मांसपेशियां कमजोर होने के कारण झुर्रियां पड़ने लगती है।
क्रोज फीट के घरेलू इलाज
एलोवेरा
1 चम्मच एलोवेरा जूस को आंखों के आसपास लगाएं और 15-20 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद पानी से मुंह धो लें। दिन में कम से कम 2 बार इसका इस्तेमाल करें। इससे क्रोज फीट वाली लाइन्स कम हो जाएगी।
नारियल का तेल
रोजाना नारियल के तेल से हल्के हाथ से मालिश करें। इससे त्वचा में कोलेजन का उत्पादन बढ़ेगा और झुर्रियां धीरे-धीरे कम होने लगेंगी।
नीबू का रस
1 गिलास पानी में 1/2 नीबू का रस और 1/2 चम्मच शहद मिलाकर रोज पिने से त्वचा में कोलेजन का स्तर बढ़ेगा और झुर्रियां गायब हो जाएंगी।
दही
दही में नीबू का रस मिलाकर चेहरे पर 15 -20 मिनट तक लगाएं और फिर ताजे पानी से धो लें। इसके बाद मॉइश्चराइजर लगा लें। इससे डेड स्किन निकाल जाएगी और आंखों के आसपास की मांसपेशियां भी मजबूत होंगी।
लहसुन
लहसुन का इस्तेमाल भी आंखों के नीचे पड़ी झुर्रियों से निजात दिलाता है। साथ ही यह धूप से हुए नुकसान को कम करने में सहायक होता है।
आंख की एक्सरसाइज
-उंगुली के पोर से आंखों के चरों तरफ धीरे-धीरे थपथपाएं। इसे आई टैपिंग कहते हैं। इससे ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और झुर्रियां, डार्क सर्कल्स, सूजन व क्रोज फीट से छुटकारा मिलता है।
-तर्जनी (Index Finger) और अंगूठे की मदद से आई ब्रो के नीचे की स्किन को हल्का सा दबाकर मसाज करें। इससे आंख का तनाव भी कम होगा और आपको झुर्रियों से भी छुटकारा मिलेगा।
-तर्जनी उंगुली की मदद से आंख के बाहरी कोने की त्वचा (झुर्रियां वाली जगह) को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ ले जाते हुए हल्के हाथ से मसाज करें।
इन बातों का भी रखें ध्यान
-धूप से आंखों को बचाने के लिए घर से बाहर निकलते समय हैट, चश्मा या उचित SPF वाला सनस्क्रीन लगाएं।
-डाइट में पौष्टिक आहार जैसे फल, सब्जियां, अंडे, मछली, बीन्स, साबुत अनाज, नट्स आदि लें।
-धुम्रपान ना करें और शराब से भी दूरी बनाएं।
-दिनभर में कम से कम 8-9 गिलास पानी जरूर पिएं।
-गुस्सा आने पर या हंसने पर आंखों की मांसपेशियों का ज्यादा इस्तेमाल ना करें।