कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन यानि 27 अक्टूबर को पूरे भारत में दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन लोग धन प्राप्ति के लिए मां लक्ष्मी की अराधना करते है और उनसे जीवन में सुख समृद्धि की मांग करते है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ भगवान गणेश व माता सरस्वती की भी हमेशा पूजा की जाती है लेकिन आपको पता है कि उनकी पूजा क्यों की जाती हैं। आज आपको बताते है कि दिवाली के दिन भगवान गणेश व माता सरस्वती की पूजा क्यों की जाती है व इनकी पूजा करने से आपको क्या लाभ होता है।
ज्ञान व बुद्धि के प्रतीक है गणपति व सरस्वती देवी
- मां सरस्वती ज्ञान व गणपति जी बुद्धि के प्रतीक है। इस दिन मां लक्ष्मी के साथ उनकी पूजा इसलिए की जाती है ताकि मां लक्ष्मी की कृपा पाने के साथ ज्ञान व बुद्धि भी मिल सकें।
- बुद्धि व ज्ञान की मदद से आप अपना काम कर देवी लक्ष्मी यानि की धन की प्राप्ति कर सकते है।
- मां लक्ष्मी की कृपा के बाद आने वाले धन को संभालने के लिए ज्ञान चाहिए जो कि भगवान गणेश की कृपा से ही मिल सकता हैं।
- मां सरस्वती की कृपा से प्राप्त होने वाली बुद्धि का प्रयोग पैसों के निवेश करने के लिए किया जा सकता है जिससे पैसे बढ़ते है व घर में लक्ष्मी माता का स्थाई विकास होता है।
इस दिन इन 3 देवी देवताओं की एक साथ पूजा करने से धन, बुद्धि व ज्ञान प्राप्त होती है जिससे जीवन में सुख-शांति व समृद्धि प्राप्त होती है।
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