ब्रेस्ट कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जिसके कारण हर साल कई महिलाएं अपनी जान गवां देती हैं। ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए कोई पुख्ता तरीका नहीं है लेकिन शोधकर्ताओं के अनुसार सही खान-पान से इसके खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
ब्रेस्ट कैंसर के कारण
आजकल की भागदौड़भरी जिंदगी में महिलाएं इस बात पर ध्यान नहीं देती कि वो क्या खा रही हैं और क्या नहीं। खान-पान की इन्हीं गलत आदतों और व्यायाम ना करने के कारण महिलाएं इसकी चपेट में जल्दी आ जाती हैं। वहीं इसका दूसरा कारण आनुवांशिक यानि फैमिली हिस्ट्री होना भी है। हालांकि आज साइंस में ऐसी सुविधाएं भी मौजूद है, जिससे जेनेटिक बीमारियों का भी पता लगाया जा सकता है लेकिन अफसोस भारत में बहुत कम लोगों को ही इसके बारे में जानकारी है।
आज हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें डाइट में शामिल कर आप ब्रैस्ट कैंसर के अलावा कई गंभीर बीमारियों का खतरा टाल सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं ब्रेस्ट से बचाने के लिए कैसी डाइट लें...
गाजर
गाजर का लाल रंग इसमें मौजूद बीटा कैरोटीन के कारण होता है। यह एक ऐसा कैरोटोनॉयड है, जो विटामिन ए में बदल जाता है। विटामिन ए कैंसर कोशिकाओं की वृद्धि को रोकता है, जिससे इसस बीमारी का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। साथ ही इससे आप कई अन्य बीमारियों के खतरे से भी बचे रहते हैं।
ब्रोकली
हल्की भाप में पकाई गई ब्रोकली ब्रैस्ट कैंसर से बचने के लिए बेस्ट सुपरफूड है क्योंकि इसमें स्लफोराफेन होता है। यह एंटी-इंफ्लामेट्री कम्पाऊंड शरीर में ब्रैस्ट कैंसर का कारण बनने वाले रसायनों को खत्म करने में मदद करता है।
चने
फाइबर और प्रोटीन से भरपूर चने प्रोटीज अवरोधक कंसट्रेट्स से भरे होते हैं जो ब्रैस्ट कैंसर की कोशिकाओं को बढ़ने से रोकते हैं। ऐसे में अगर आप भी इस बीमारी से बचना चाहती हैं तो इसे अपनी डाइट में जरूर शामिल करें।
अलसी के बीज
अलसी के बीज ऐसे एंटीऑक्सीडेंट है, जिनमें लिगनान्स होते हैं। यह ना केवल कैंसर वाले ट्यूमर्स की वृद्धि को सीमित करते हैं बल्कि रक्त दबाव व कोलेस्ट्राल के स्तर को भी कंट्रोल करने में मदद करते हैं। आप इसे सीधा या दही, स्मूदी व सलाद में डालकर भी खा सकते हैं।
टोफू
टोफू में सोया होता है जो एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ाता है। वहीं यह प्रोटीन का भी एक बढ़िया स्त्रोत है जो ब्रैस्ट कैंसर से बचाने में मदद करता है। इसके लिए आप मीसो, टेम्पेह, सोया नट्स, सोया मिल्स और सोया सॉसिज आदि का सेवन कर सकती हैं।
आलू बखारा
पॉलिफेनॉल्स आलू बखारा में पाए जाने वाले ऑर्गेनिक कम्पाऊंड हैं, जो तेजी से कैंसर कारक कोशिकाएं खत्म करने के साथ उन्हें बढ़ने से भी रोकता है। यह एक एंटीऑक्सीडैंट भी है, जोकि महिलाओं की सेहत के लिए फायदेमंद है।
जैतून का तेल
इसमें पॉलिफेनॉल्स होता है, जो कैंसर कोशिकाओं का एक सर्टीफाइड डीग्रेडर है। इसके साथ ही इसमें गुड़ फैट भी होता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। आप इसमें भोजन पकाने के अलावा सलाद में भी यूज कर सकते हैं।
ग्रीन टी
ग्रीन टी सिर्फ वजन ही नहीं घटाती बल्कि इसमें मौजूद बायोएक्टिव कम्पाऊंड्स व एंटीऑक्सीडैंट्स गुण कैंसर से बचाने में भी मदद करते हैं। वहीं रोजाना 2 कप ग्रीन टी पीने से दिल व अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा भी कम होता है।