पर्यावरण सुरक्षा के लिए लोग कई तरह के कदम उठाते है। कई तरह के अभियान भी चलाते है लेकिन पर्यावरण सुरक्षा के लिए केट कनिंघम ने केवल अपना सरनेम बदला बल्कि एल्डर प्रजाति नाम के पेड़ से शादी कर उसे अपने जीवनसाथी के तौर पर चुन लिया। उसके इस कदम में उसके परिवार के सदस्यों ने भी पूरा सहयोग दिया हैं।
मर्सीसाइड पार्क में हुई शादी
34 साल की केट की शादी का प्रोग्राम उसके पिता ने ही आयोजित किया। इसमें उसके ने केवल पिता बल्कि बॉयफ्रेंड व बच्चे भी शामिल हुए। इस शादी के लिए पहले उनका बेटा शर्म महसूस कर रहा था लेकिन बाद में वह भी प्रोग्राम में शामिल हुआ। पेड़ से शादी के करने के बाद केट ने वहां पर अपने परिवार के सदस्यों के साथ फोटोशूट भी करवाया। इतना ही नही उन्होंने अपना सरनेम भी बदल कर एल्डर रख लिया हैं।
मां की अस्थमा से हो चुकी हैं मौत
केट ने कहा कि उनकी मां की मौत अस्थमा से हुई थी। उसे यह जगह काफी प्रिया है। इतना ही नही वह खुद फेफड़ों की बीमारी ब्रोन्किडइटेसिस से ग्रस्त है। जिस कारण उसे पेड़ो के महत्व के बारे में अच्छे से पता है। इसलिए इस जगह को तबाह कर सड़क बनाने के कोई मतलब नही हैं। इससे इलाके में प्रदूषण ही फैलेगा।
रिमरोज घाटी के पेड़ों को बचाने के लिए उठाया कदम
केट की शादी करने का मकसद लिथरलैंड के रिमरोज घाटी के पार्क में स्थित पेड़ों का बचाना हैं। वह लोगों को पेड़ों के महत्व के बारे में बताना चाहती हैं। इतना ही नही नए बायपास बनने के लिए जिस तरह से पेड़ों को काटा जा रहा उसके लिए वह एक अभियान भी चलाएगीं। इसमें वह वहां के स्थानीय लोगों को भी अपने साथ जोड़ेगी। इसका प्रस्ताव इंग्लैंड राजमार्ग द्वारा पोर्ट ऑफ लिवरपूल में यातायात के दवाब को कम करने के लिए दिया गया हैं।
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