दिल्ली में जामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन कानून को लेकर मामला काफी बढ़ गया है। शांति पूर्वक होने वाला रोष अब हिंसा तक पहुंच गया है। कानून के खिलाफ यूनिवर्सिटी में लगातार प्रदर्शन किया जा रहा है वहीं दूसरी तरफ बॉलीवुड सितारे भी इसके विरोध में आगे आ रहे है। आयुष्मान खुराना ने छात्रों के विरोध प्रदर्शन में हाल ही में एक इंटरव्यू में अपना बयान दिया है।
आयुष्मान ने कहा कि- इन हालातों को देखते हुए उन्होंने एक ट्वीट किया तो लोगों को लगा कि वह सैनिटाइज्ड है। जिसके बाद उन्हें काफी ट्रोल किया गया है। जिसके बाद उन्हें समझ नहीं आया कि उन्हें क्या कहना चाहिए लेकिन उन्होंने कहा कि वह खुद भी एक स्टूडेंट रहे है। छात्रा देश का भविष्य ही नहीं वर्तमान भी होते है। वो सोच समझकर कुछ कहना चाहते है लेकिन हां ये गांधी का देश है हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी गई है जो अहिंसा के साथ आगे रखनी चाहिए। इसलिए सरकार की जिम्मेदारी है कि जो बिल वह लेकर आ रहे है उसे लेकर जो कम्यूनिकेशन गैप है उसे ठीक करें। अगर स्टूडेंट्स को लगता है कि अल्पसंख्यक सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं तो सरकार के इसके पीछे की वजह जरुर समझनी चाहिए।
इससे पहले आयुष्मान ने ट्वीट करके कहा था कि- स्टूडेंट्स जिस भी हालात से गुजर रहे हैं उसे लेकर बेहद दुखी हूं। मैं इसकी निंदा करता हूं और हम विरोध-प्रदर्शन करने का हक है। हमें अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल करने का हक है हालांकि विरोध प्रदर्शन उग्र नहीं हो सकते। मेरे प्यारे देशवासियों, ये गांधी की धरती है चीजों को एक्सप्रेस करने के लिए अहिंसा हमारा हथियार होना चाहिए। लोकतंत्र पर भरोसा रखें।