नई भाषा सीखते समय न केवल बड़ों में बल्कि बच्चों में भी काफी कॉन्फिडेंस की जरुरत होती है। मातृ भाषा तो बच्चे जन्म से ही बोलना सीख लेते है, क्योंकि वह घर पर आमतौर पर बोली जाती है लेकिन दूसरी भाषा सीखने में कई बार उन्हें दिक्कत होती है। इतना ही नही अगर उन्हें उस चीज की समझ होती भी है तो वह कई बार कॉन्फिडेंस न होने के कारण दूसरों के सामने बोल नही पाती हैं। यह समस्या ज्यादातर बच्चों में इंग्लिश सीखते समय आती हैं। ऐसे में पेरेंट्स की जिम्मेदारी बनती है कि वह बच्चों को समझाएं व उनमें कॉन्फिडेंस लेकर आएं। आज आपको कुछ सुझाव देगें जिनकी मदद से आप बच्चों में पाए जाने वाले अंग्रेजी के डर को दूर सकते हैं।
समझे उनका डर
कई बार बच्चों में डर होता है कि अंग्रेजी का कोई अक्षर बोलते समय उनसे गलती न हो जाए जिससे उनके दोस्त या बाकी लोग उन पर हंसेगें। ऐसे में बच्चों कोघर पर अंग्रेजी बोलने के लिए कहें व उन्हें समझाएं की अगर वह कही गलत होते है तो उन्हें डर नही चाहिए बल्कि खुद पर पूरा कॉन्फिडेंस रखना चाहिए।
ध्यान से सुनने को कहें
बच्चों को कहे कि वह टीवी, कार्टून, स्टोरी, ऑनलाइन इंग्लिश वीडियो या टॉकिंग बुक्स देखते समय अंग्रेजी को अच्छे से सुन कर समझे। घर पर बाहर उन लोगों से बात करें जिन की इंग्लिश पर अच्छी कमांड है।
ला कर दें बुक्स
इंग्लिश भाषा में बच्चों की शब्दावली, व्याकरण को मजबूत बनाने के लिए उन्हें इंग्लिश की अच्छी बुक्स लाकर दें। शुरु के लिए उन्हें वह बुक्स दे जिससे वह आसान शब्द सीख सकें जैसे कि फलों, वाहनो, बर्तनों, जानवरों के नाम। उनके बाद उन्हें इंग्लिश में कहावत, प्रसिद्ध व्यक्तियों की बात पढ़ने के लिए कहे।
खेल-खेल में सिखाएं शब्द
बच्चों को इंग्लिश सीखाने के लिए उन्हें अलग-अलग तरह खिलौने लाकर दें जिनसे वह खेल के माध्यम से ही इंग्लिश सीख लें। गेम्स के माध्यम से बच्चे जल्दी चीजों को समझ व सीख पाते हैं।
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