गर्मियों में अक्सर लोग सनस्क्रीन लोशन का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि सर्दियों में भी सनस्क्रीन लोशन लगाना उतना ही जरूरी है। इतना ही नहीं, हाल में हुए एक शोध में बताया गया है कि इससे कैंसर का खतरा भी कम होता है। जो लोग रोजाना सनस्क्रीन लोशन लगाते हैं उनमें मेलानोमा कैंसर का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
सनस्क्रीन से कम होता है मेलानोमा कैंसर का खतरा
एक नए शोध के अनुसार, सनस्क्रीन लगाने वाले लोगों में मेलानोमा कैंसर का खतरा 40% तक कम होता है। मेलानोमा बहुत ही खतरनाक तरह का स्किन कैंसर है, जो ज्यादा समय तक सूर्य की रोशनी में रहने की वजह से होता है। सूरज की किरणों में ज्यादा देर तक रहने के कारण स्किन सेल खराब हो जाते हैं, जो धीरे-धीरे इस कैंसर का रूप ले लेते हैं। ऐसे में सनस्क्रीन लोशन लगाने से त्वचा सूर्य की किरणों से बची रहती है और इस कैंसर का खतरा कम होता है।
अन्य स्किन कैंसर से भी होता है बचाव
वर्ल्ड हेल्थ ऑग्रेनाइजेशन के अनुसार, हर साल विश्वभर में 2-3 नॉन मेलानोमा स्किन कैंसर और 1.32 लाख मेलानोमा स्किन कैंसर के मामले सामने आते हैं। विशेषज्ञ इसका मुख्य कारण सूरज की किरणों के अधिक संपर्क में रहना मानते हैं। सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने से आप सूरज की हानिकारक किरणों के प्रभाव से बचते हैं, जिससे हर तरह के स्किन कैंसर से बचाव होता है। साथ ही इससे सनबर्न और स्किन पिगमेंटेशन की समस्याएं भी कम होती है।
महिलाएं व युवा ज्यादा यूज करते हैं सनस्क्रीन
बता दें कि इस रिसर्च के दौरान 18 से 40 साल की उम्र के 1700 लोगों पर अध्ययन किया गया था। लोगों को सनस्क्रीन लगाने के लिए मनाना काफी मुश्किल है। आज के समय में सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने वाले लोगों में महिलाएं और युवा ज्यादा हैं। इसके अलावा वयस्क पुरुष, कम शिक्षित लोग, और डार्क स्किन वाले लोग सनस्क्रीन का कम इस्तेमाल करते हैं।
सर्दियों में भी लगाना चाहिए सनस्क्रीन लोशन
जहां गर्मियों के मौसम में सनस्क्रीन और मेकअप धूप और पसीने के साथ निकल जाता है, वहीं सर्दियों में ठंडी हवाएं चलने से मॉइस्चराइजिंग लोशन का असर जल्दी खत्म होता है। ऐसे में आप सनस्क्रीन का इस्तेमाल करके आप अपनी स्किन को एक्स्ट्रा प्रोटेक्शन दे सकते हैं।
कैसे चुने सही सनस्क्रीन?
बाजार में SPF-7 से SPF-70 तक के सनस्क्रीन लोशन मिलते है लेकिन एक्सपर्ट्स के मुताबिक, केवल SPF 20-30 वाले सनस्क्रीन लोशन का ही इस्तेमाल करना चाहिए। इससे ज्यादा एस.पी.एफ. वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। साथ ही इसे खरीदते समय इस बात का ध्यान भी रखें कि उसमें जिंक, एंटीऑक्सीडेंट, और एंटी-इंफ्लामेट्री जैसे तत्व भी हो। इससे एक्जिमा तथा त्वचा लाल होना, रैशेज जैसी समस्याएं नहीं होती।
सनस्क्रीन लगाने के फायदे
चेहरे पर काले-धब्बे
सिर्फ गर्मियों में ही नहीं बल्कि सर्दी के मौसम में भी चेहरे पर अल्ट्रावायलेट किरणें के कारण काले दाग-धब्बे पड़ जाता है। ऐसे में सनस्क्रीन स्किन को इन दाग-धब्बों से बचाने में मदद करता है।
डार्क स्पॉट्स से बचाए
ऐसा बिल्कुल ना सोचें कि सर्दियों में आपकी स्किन यू वी रेज से सेफ हैं। इस मौसम में अल्ट्रावायलेट किरणें बादलों के पीछे से निकलकर स्किन को नुकसान पहुंचाती हैं, जिससे डार्क स्पॉट्स और रिंकल्स की परेशानी हो सकती है। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए सनस्क्रीन जरूर लगाएं।
स्किन कैंसर से करें बचाव
सर्दियों में ओजोन लेयर पतला हो जाता हैं इसलिए ऐसे में इस मौसम में कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ जाता हैं इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि चाहें कोई भी मौसम हो इसका इस्तेमाल जरूर करें।
झुर्रियों से करें बचाव
एक शोध के अनुसार, उम्र से पहले त्वचा पर पड़ने वाली झुर्रियां, फाइन लाइंस, त्वचा का फटना, रंगत पर प्रभाव, झांइयों का सबसे बड़ा कारण यूवी किरणें होती हैं। ज्यादा देर तक धूप में रहने से न सिर्फ त्वचा पर कालापन आ जाता है बल्कि एंटी-एजिंग की समस्याएं भी हो सकती है। ऐसे में सनस्क्रीन लोशन लगाने से आप इन प्रॉब्लम्स से भी बचे रहते हैं।