अनचाहे गर्भ को रोकने के लिए ज्यादातर महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों को सेवन करती हैं। इन दवाइयों को लेने से प्रेग्नेंट होने की परेशानी तो दूर हो जाती है लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कई गंभीर समस्याएं पैदा होने का डर रहता है। इसका सबसे ज्यादा असर मस्तिष्क पर पड़ता है क्योंकि कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स मस्तिष्क में ब्लड क्लॉट करती हैं।
10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं करती हैं सेवन
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन दुनिया भर में 10 करोड़ से ज्यादा महिलाएं कर रही हैं। इस बात को लेकर डेनमार्क के एक मेडिकल रिकॉर्ड में चौकाने वाली बात सामने आई जिसमें पाया गया कि जो महिलाएं लगातार कॉन्ट्रासेप्टिक पिल्स का सेवन करती हैं उनमें अवसाद का खतरा सामान्य से ज्यादा बढ़ जाता है।
15 से 34 साल की महिलाओं की गिनती ज्यादा
शोध में यह बात भी सामने आई है कि 15 से 34 साल की महिलाएं इन दवाओं का ज्यादा सेवन करती हैं जबकि इस तरह की गोलियां खाने से पहले उन्हें किसी तरह की कोई मानसिक परेशानी या तनाव नहीं था।
नुकसानदेह है गर्भनिरोधक गोली
इसके अलावा भी इसका सेवन कई परेशानियां पैदा कर सकत है।
सिर दर्द और चक्कर
इन दवाओं का सेवन करने पर चक्कर आना, सिर दर्द और सारा दिन सिर में भारीपन महसूस होता रहता है।
पीरियड्स में परेशानी
इससे पीरियड्स की अनियमित्ता, हेवी ब्लीडिंग, मासिक धर्म देर से आना आदि जैसी दिक्कतें आने लगती हैं।
मूड स्विंग होना
इससे हार्मोंस पर भी असर पड़ता है। जिससे कभी बहुत ज्यादा तनाव महसूस होना शुरू हो जाता है।
ब्रेस्ट में ढीलापन
बहुत महिलाएं गर्भनिरोधक का सेवन करने के बाद ब्रेस्ट के ढीलेपन की शिकायत करती हैं। कई बार इससे बॉडी भी बेडौल होने लगती है।
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