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6 साल Anxiety से जूझ चुकीं है श्रद्धा, जानिए बीमारी के लक्षण व इलाज

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 03 Mar, 2020 03:21 PM
6 साल Anxiety से जूझ चुकीं है श्रद्धा, जानिए बीमारी के लक्षण व इलाज

बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर आज अपना 33वां बर्थ-डे सेलिब्रेट कर रही हैं। भले ही श्रद्धा आज काफी पॉपुलर स्टार भी बन चुकी हो लेकिन इसके पॉपुलेरिटी के चलते वो कभी मानसिक बीमारी की शिकार भी हो गई थी। दरअसल, एक इंटरव्यू में श्रद्धा ने बताया था कि वह करीब 6 साल से एंग्जाइटी (Anxiety) से लड़ रही थी। जी हां, श्रद्धा एंग्जाइटी नाम बीमारी से जूझ चुकी हैं, जिसकी शिकार वो फिल्म 'आशिकी-2' से ही हो गई थी।

 

अपनी बीमारी के बारे में खुलासा करते हुए श्रद्धा ने कहा, फिल्म आशिकी 2 के बाद मेरे शरीर में एंग्जाइटी के लक्षण नजर आने लगे थे। शरीर में अजीब सा दर्द होता था जिसको लेकर मैने टेस्ट कराया लेकिन कुछ भी सामने नहीं आया। मैं हमेशा यहीं सोचती रहीं कि आखिर मुझे दर्द क्यों हो रहा है।'

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आगे श्रद्धा ने कहा, 'मैने इस बीमारी से लड़ने के कई तरीके सर्च किए। मगर मैं आज भी एंग्जाइटी से निपट रही हूं लेकिन अब ये पहले से काफी बेहतर हो गया है। कहीं ना कहीं आपको इसे स्वीकार करना होता है। आपको मानना होता है कि ये आपका ही हिस्सा है और इससे आप बहुत प्यार से निपटिए। चाहें आप इससे जूझ रहे हो या नहीं, आपको समझने होगा कि आप कौन हैं या आप किस बात के लिए खड़े हैं। मैं इसे रोजाना पॉजिटीव तरीके से हैंडल कर रही हूं।'

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क्या है एंग्जाइटी?

ज्यादा लोगों को लगता है कि एंग्जाइटी एक मानसिक रोग है जबकि ऐसा नहीं है। यह भावनाओं से जुड़ी समस्या है, जिसमें आपको बैचेनी, बेवजह की चिंता, वास्तविक या काल्पनिक घटनाओं पर आधारित भविष्य का डर होने लगता है। हालांकि सही इलाज ना होने पर यह आपको पागलपन की कगार तक पहुंचा सकता है। वहीं इसका असर रोजमर्रा का लाइफ पर भी पड़ता है।

बता दें कि भारत में 15.20 % लोग एंग्जाइटी और 15.17 % लोग डिप्रेशन के शिकार हैं, जिसमें ज्यादातर संख्या महिलाओं की है। चलिए आज हम आपको इस डिसऑर्डर के कारण, लक्षण और इलाज बताते हैं, जिससे आपको काफी मदद मिल सकती है।

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एंग्जाइटी के कारण

-ड्रग्स, शराब, तंबाकू, सिगरेट और निकोटिन का अधिक सेवन करना।
-डिप्रैशन, बाइपोलर डिसऑर्डर, मल्टीपल स्क्लेरोसिस और सीजोफ्रेनिया के कारण।
-प्रेगनेंसी के दौरान भी महिलाएं इस डिसऑर्डर की शिकार हो सकती हैं क्योंकि इस दौरान महिलाओं के शरीर में काफी बदलाव होते हैं।
-अधिक दवाइयों का सेवन भी आपको इस बीमारी का शिकार बना सकता है।

एंग्जाइटी के लक्षण

-बेचैनी महसूस होना
-किसी के होने का एहसास होना
-बहुत अधिक चिंता होना
-अधिक थकान महसूस होना।
-चिड़चिड़ापन होना।
-लोगों से मिलने में प्रॉब्लम होना।
-सोने में समस्या होना।
-एकाग्रता को लेकर कठिनाई होना।

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एंग्जाइटी के प्रकार

एंग्जाइटी कई तरह का होते है, जिसके बारे में आपको जरुर पता होना चाहिए।

-जनरालाइज्ड एंग्जाइटी डिसऑर्डर (Generalized anxiety disorder)
-पैनिक डिसऑर्डर (Panic disorder)
-फोबिया (Specific phobia)
-सोशल एंग्जाइटी डिसॉर्डर (Sociaanxiety disorder)
-सपैरेशन एंग्जाइटी डिसॉर्डर(Separation anxiety disorder)
-एंग्जाइटी डिसआर्डर से बचाव

चलिए अब हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताते हैं, जिससे आपको इस बीमारी को ट्रीट करने में मदद मिलेगी।

साइकोथेरेपी लें

आप चाहे तो साइकोथेरेपी की मदद ले सकते है। इसमें मन पर कंट्रोल करना सिखाया जाता है। समय को लेकर हमेशा पांबद रहें और कोई भी काम करें तो इसे मन लगाकर करें।

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मरीज को ना छोड़ें अकेला

इस बीमारी में कम से कम सोचें और कभी भी अकेले न रहें। इसके अलावा भरपूर नींद लें क्योंकि आधी-अधूरी नींद भी इस बीमारी का कारण बन सकता है।

हैल्दी डाइट लें

इस बीमारी में ताजे फल, सब्जियां, साबुत अनाज और वसा का सेवन करें। इसके अलावा अपना भोजन नियमित समय पर और पूरा खाएं। साथ ही अनहैल्दी और जंक फूड्स खाने से बचे।

समय पर करें भोजन

जब आप किसी भी टाइम का खाना छोड़ते हैं तो आपके शरीर का संतुलन खराब हो जाता है। जिसका सीधा असर आपके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। एंग्जाइटी भी इन्हीं रोगों में से एक है। इसलिए किसी भी कीमत पर अपनी मील न छोड़ें।

पसंदीदा म्यूजिक सुनें

रिसर्च के अनुसार, गाने सुनने से ब्‍लड़ प्रेशर कम, हार्ट रेट नॉर्मल, स्ट्रेस और तनाव दूर हो जाता है इसलिए जब भी आपको टेंशन हो अपने पसंदीदा गानें सुने लेकिन इस बात का ध्यान रहे कि आप दुखी करने वाले गाने न सुने।

व्यायाम करें

रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम जरूर करें। साथ ही सुबह-शाम ताजी हवा में सैर करें और अपनी रूटीन में योग को जरूर शामिल करें।

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