सर्वाइकल की परेशानी आजकल लोगों में आम सुनने को मिलती है लेकिन आज हम आपको महिलाओं में बढ़ रहें सर्वाइकल कैंसर के बारे में बताने जा रहे है। सर्वाइकल कैंसर यानि गर्भाशय ग्रीवा कैंसर महिलाओं में तेजी से फैल रहा है। इसकी जानकारी न होने के कारण महिलाएं इस बीमारी का शिकार होकर मौत के मुंह में जा रहीं है। हाल ही में हुए एक शोध में बताया गया है कि 10 में 1 महिला सर्वाइकल कैंसर की शिकार है। आज हम आपको इस बीमारी के कुछ कारण और लक्षण बताएंगे, जिससे आप इस बीमारी से बच सकती है।
सर्वाइकल कैंसर के कारण
गर्भनिरोधक गोलियों के अधिक इस्तेमाल, असुरक्षित यौन संबंध, गर्भधारण के कारण एचपीवी संक्रमण, एल्कोहल और सिगरेट का सेवन सर्वाइकल कैंसर का कारण हो सकता है। इसके अलावा यह समस्यां जागरूकता की कमी और जेनेटिक कारणों से भी हो सकती है।
सर्वाइकल कैंसर के लक्षण और बचाव
1. असामान्य रक्तस्राव
शारीरिक संबंध और मीनोपॉज के बाद अधिक रक्तस्राव या फिर तेज दर्द होना सर्वाइकल कैंसर का सकेंत हो सकता है।
2. वाइट डिस्चार्ज
योनि में वाइट डिस्चार्ज की समस्या को छोटी समझ कर महिलाएं इग्नोर कर देती है लेकिन यह सर्वाइकल कैंसर का सकेंत हो सकता है।
3. पेडू का दर्द
आमतौर पर मासिक धर्म की समस्या में महिलाओं को पेडू का दर्द नहीं होता। योनि में अचानक हल्का या तेज दर्द सर्वाइकल का सकेंत होता है।
4. यूरिन के समय दर्द
यूरिन थैली या पेशाब करते समय दर्द होने का मतलब है कि कैंसर आपकी यूरिन थैली तक पहुंच गया है। ऐसा में आपको तुरंत डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए।
5. पीरियड्स में स्पॉटिंग
पीरियड्स में स्पॉटिंग या संबंध बनाते समय अचानक रक्तस्राव होना गर्भाशय ग्रीवा में जलन के कारण होता है, जो कि सर्वाइकल कैंसर का लक्षण है।
6. ट्रिटमेंट
सर्वाइकल कैंसर से निजात पाने के लिए वेक्सीनेशन, सर्जरी और कीमोथेरेपी का सहारा लेना पड़ता है।इस बीमारी से बचने के लिए 30 साल से कम उम्र की महिलाओं को वैक्सीन दी जाती लेकिन इससे भी केवल 70 फीसदी ही बचाव किया जा सकता है।
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