डायबिटीज आज आम सुनने वाली बीमारी है लेकिन इसे हल्के में लेना काफी खतरनाक हो सकता है। सिर्फ बड़े-बुजुर्ग ही नहीं बल्कि महिलाएं और जन्म जात बच्चे भी इसका शिकार हो रहे हैं। इस बीमारी की मुख्य वजहें टेंशन व खराब लाइफस्टाइल को माना जाता है। तनाव व चिंता बीमारियों की जड़ मानी जाती है इसलिए बीमारियों से बचना चाहते हैं तो तनाव मुक्त और खुश रहें। साथ ही में पॉजीटिव सोचें। ऐसा करने से आप कई बीमारियों से बचे रह सकते हैं। डायबिटीज जैसी बीमारी से भी आप तनाव मुक्त रहकर पीछा छुड़वा सकते हैं।
पॉजिटिव महिलाओं को डायबिटीज का खतरा कम
जी हां, हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक, पॉजिटिव रहने वाली महिलाओं को टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा दूसरी महिलाओं के मुकाबले कम होता है। दरअसल इस स्टडी में इस बात का पुष्टि की गई है कि जो महिलाएं सकारात्मक सोच रखकर अपना जीवन गुजारती हैं उन्हें टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा बहुत कम होता है। बता दें कि यह दावा मेनॉपॉज के बाद महिलाओं पर की गई स्टडी में किया गया है।
क्या कहते हैं Women’s Health Initiative के आंकड़े?
लंबे समय तक चली स्टडी वूमेन हेल्थ इनिशिएटिव (Women’s Health Initiative) के आंकड़े स्टडी मेनॉपॉज जर्नल में प्रकाशित किए गए। इस स्टडी में 1,39,924 ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया, जिन्हें शुरुआत में डायबिटीज की बीमारी नहीं थी लेकिन 14 वर्षों के भीतर डायबिटीज के लगभग 19,240 मामले दर्ज किए गए।
स्टडी के दौरान पॉजिटिव स्वभाव और नेगेटिव स्वभाव वाली महिलाओं की तुलना की गई. नॉर्थ अमेरिका मेनॉपॉज सोसाइटी (NAMS) के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर जोअन पिंकर्टन ने बताया, किसी भी व्यक्ति का व्यक्तित्व जीवनभर एक समान ही रहता है। यही कारण है कि नेगेटिव स्वभाव वाली महिलाओं को पॉजिटिव स्वभाव वाली महिलाओं के मुकाबले डायबिटीज का खतरा अधिक होता है।
नेगेटिव नेचर और डायबिटीज का गहरा नाता
स्टडी के अनुसार, मेनॉपॉज के बाद नेगेटिव स्वाभाव और डायबिटीज होने का गहरा संबंध है।
लाइफस्टाइल का हैल्दी होना भी जरूरी
जब एक बार व्यक्ति डायबिटीज़ का शिकार हो जाता है तो उसे अपने खानपान का खास ख्याल रखने की जरूरत पड़ती है। इस बीमारी से बचाव रखने के लिए अपने खान-पान को सही रखें और नियमित रूप से एक्सरसाइज जरूर करते रहें।
मीठी व बेक्ररी प्रॉडक्ट्स
डिब्बाबंद केक और पेस्ट्री में शुगर, सोडियम ज्यादा होती है। कैंडी, टॉफी खाने से ब्लड शुगर बढ़ता है जिससे आगे डायबिटीज़ हो सकती है। चाय में चीनी कम डाले और चाशनी,मिठाइयों का भी ज्यादा सेवन ना करें। ऐसे आप डायबिटीज़ से ज्यादा देर तक बचे रह सकते है।
फ्रूट जूस
फलों का सेवन डायबिटीज़ के लिए परफेक्ट आहार माना जाता है, क्योंकि इसमें फाइबर और कार्बोहाइड्रेट होता है लेकिन अगर आप पैकेड फ्रूट जूस का सेवन करती हैं तो यह डायबिटीज की समस्या दे सकती है इसलिए फलों के जूस की बजाय साबुत फलों का सेवन कीजिए।
फ्राई चिकन और सुअर
अगर आप नॉनवेज के शौकीन है तो जान लें कि तला हुआ चिकन डायबिटिक्स को बढ़ाता है। इसमें सोडियम, कार्ब्स, कैलोरी होती है जो ब्लड शुगर को बढ़ाती है। इसमें तेल और वसा भी ज्यादा होता है। इसके अलावा बेकन (सुअर का मांस) भी डायबिटीज की प्रॉब्लम को बढ़ाता है।