त्वचा की देखभाल: हाइजीन का मतलब है शरीर के जरूरी अंगों की सही ढंग से सफाई। पर्सनल हाइजीन कोई कोर्स नहीं बल्कि आदत है, जिन्हें आपको अपनी लाइफ में शामिल करना चाहिए। शरीर के जरूर अंगों की सही तरीके से सफाई ना केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। इसकी अनदेखी जहां एक ओर आपको शारीरिक परेशानियां देती है वहीं इससे आप किसी संक्रामक बीमारी की चपेट में भी आ सकते हैं। ऐसे में आप कुछ बेसिक हाइजीन को ध्यान में रखकर आप अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं। चलिए आपको बताते हैं अच्छी सेहत के लिए आपको सुबह से शाम कर किन हाइजीन नियमों को फॉलो करना चाहिए।
महिलाओं रखें खास ख्याल
पर्सनल हाइजीन रखने से पीरियड्स के दौरान कई बीमारियों से बचा जा सकता है। अगर उचित साफ-सफाई न रखी जाए तो इंफेक्शन का खतरा हो सकता है। पीरियड्स में अगर पर्सनल हाइजीन का ध्यान न रखा जाए तो इससे बुखार, अनियमित पीरियड्स, खून ज्यादा आने के साथ ही गर्भधारण में भी दिक्कतें हो सकती हैं।
पर्सनल हाइजीन के टिप्स
वैजाइना हेल्थ
वेजाइना की अच्छे से सफाई न करने से वहां बैक्टीरियां पनपने लगते है, जिससे इंफैक्शन का खतरा बढ़ जाता है। दरअसल, स्वस्थ वेजाइना गुड बैक्टीरिया से समृद्ध होती है, जो बैक्टीरिया संक्रमण से लड़ने व पीएच स्तर को बनाए रखने में मदद करते हैं। ऐसे में रोजाना इसकी सफाई जरूरी है।
नमी के कारण अक्सर इंफैक्शन होने का खतरा बना रहता है इसलिए हमेशा वेजाइना का ड्राई रखें।
प्यूबिक हेयर होने से पसीना अधिक आता है और पसीने के कारण गंध और इंफैक्शन रहती है। ऐसे में टाइम-टू-टाइम इसे साफ करें।
गर्मियों में कॉटन पैंटी पहनें। यह न केवल पहनने में आरामदायक होती है, बल्कि प्राइवेट पार्ट को ड्राई भी रखती है।
दिन में 2-3 बार पैंटी को बदलें। इससे प्राइवेट पार्ट स्वस्थ व बदबू से मुक्त रहेंगे। आप चाहे तो हर रोज अपनी पैंटी को बदल सकते हैं।
यह काफी संवेदनशील हिस्सा है इसलिए प्राइवेट पार्ट को साफ करने के लिए हार्श साबुन का यूज ना करें।
समय-समय पर हेयर रिमूव करना ना भूलें।
गुनगुने पानी से प्राइवेट पार्ट की सफाई करें।
6 महीने में एक बार गाइनोक्लोजिस्ट से चेकअप करवाएं।
स्किन हाइजीन
पसीने को करे साफ
पसीना सूखने के बाद भी शरीर पर जर्म्स रह जाते हैं, जिन्हें तुरंत साफ ना किया जाए तो इंफैक्शन व एलर्जी हो सकती हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि धूप में से आने के कुछ देर बाद आप शॉवर लें।
दिन में 2 बार स्नान
त्वचा को साफ-सुथरी रखने के लिए साबुन और पानी से बेहतर क्या हो सकता है। ऐसे में हर रोज कम से कम 2 बार स्नान करें। साथ ही नहाने के लिए एंटी-बैक्टीरियल साबुन का इस्तेमाल करें और पानी में कुछ बूंदे एंटी-सैप्टिक की भी मिलाएं।
दूसरों से शेयर ना करें मेकअप
त्वचा को इंफैक्शन से बचाने के लिए जरूरी है कि आप अपना मेकअप, टॉवल, साबुन और रेजर किसी से शेयर ना करें।
अच्छे मॉइश्चराइजर का यूज
त्वचा को मुलायम, कोमल व सॉफ्ट बनाए रखना चाहती हैं तो अच्छी क्वालिटी का मॉइश्चराइजर इस्तेमाल करें। इसके अलावा रोजाना धुले हुए व साफ-सुथरे कपड़े पहनें।
मेकअप उतार कर सोएं
मेकअप के साथ सोना आपकी त्वचा को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। मेकअप में मौजूद केमिकल त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए सोने से पहले चेहरे को अच्छी क्लींजर से साफ करें।
बालों की देखभाल
गर्मियों में बाल चिपचिपे हो जाते हैं। वहीं प्रदूषण, धूल मिट्टी के कारण वह कमजोर होकर टूटने लगते हैं। ऐसे में मजबूत व शाइनी बालों के लिए उन्हें खास केयर की जरूरत होती है।
-बालों को हफ्ते में 2 बार अच्छी क्वालिटी के शैंपू से धोएं।
-शैंपू इस्तेमाल करने से पहले उसे पानी में मिक्स करें।
-ड्रायर से बालों को सुखाने की बजाए नेचुरल तरीका अपनाएं।
-गीले बालों में कंघी ना करें। इससे वह कमजोर होकर टूटने लगते हैं।
-हफ्ते में 2 बार बालों को ऑयलिंग जरूर करें। इसके लिए आप नारियल या जैतून तेल का यूज करें।
-टाइम-टू-टाइम बालों की ट्रिमिंग करवाएं।
ओरल हाइजीन
ओरल केयर हाइजीन का एक अहम हिस्सा है। अगर इसका ध्यान ना रखा जाए तो सांसों की बदबू, दांतों में कैविटीज और मसूड़ों में तकलीफ हो सकती है।
-इसके लिए रोजाना कम से कम 2 बार ब्रश करें।
-जब भी कुछ खाएं तो मुंह जरूर साफ करें, ताकि खाना दांतों में ना चिपका रहे।
-जिग जैग ब्रिसल्स वाला ब्रश, फ्लॉस, टंग क्लीनर और माउथ वॉश का सही इस्तेमाल करें।
-ब्रश को कभी गीला ना रखें, नहीं तो उसमें जर्म्स होने लगते हैं।
-किसी और के साथ ब्रश या टंग क्लीनर शेयर ना करें।
-दांतों में फंसी गंदगी रातभर दांतों को सड़ाती है इसलिए रात को सोने से पहले ब्रश जरूर करें।
हाथों की देखभाल
दिनभर में हाथ ना जाने बैक्टीरिया एंव जर्म्स वाली कितनी चीजों को छूतें हैं, जिससे कोल्ड व गैस्ट्रो जैसे इंफैक्शन हो जाते हैं। ऐसे में हैंड हाइजीन का खास-ख्याल रखें।
-शौच के बाद कुछ भी खाने से पहले और बाद में हाथों को अच्छी तरह एंटी-बैक्टीरियल साबुन से साफ करें।
-बहुत से लोग खांसते और छींकते समय ना रुमाल यूज करते हैं और ना हाथ धोते हैं। मगर ऐसा करने से जर्म्स आपके जरिए दूसरे वयक्ति में भी ट्रांसफर होते हैं इसलिए इस दौरान हाथों को जरूर साफ करें।
-हाथों में चिपके जर्म्स और बैक्टीरिया मुंह के जरिए पेट में चले जाते हैं, जिससे एलर्जी, कोल्ड, गैस्टिक आदि समस्याएं हो सकती हैं। इसके लिए अपने पास अच्छी क्लाविटी का हैंड सैनेटाइजर अपने साथ रखें।
फीट हाइजीन
अक्सर लोग पैरों की साफ-सफाई पर ध्यान नहीं देते, जबकि अच्छी सेहत के लिए पैर एंव पैर के तलवों की सफाई बहुत जरूरी है।
-इसके लिए हर दूसरे दिन गुनगुने पानी में शैंपू डालकर पैरों को धोएं।
-फटी हुई एड़ियों से बचने के लिए प्यूमिक स्टोन से स्क्रब करें। अगर एड़िया फटी है तो क्रैकिंग क्रीम लगाएं।
-पसीने की बदबू से बचे के लिए मोजे पहनने से पहले पैरों पर पाउडर छिड़कें।
-फुट केयर एंव सही बॉडी पॉश्चर के लिए सही फुटवियर सिलैक्ट करें।
नाखूनों की देखभाल
नाखूनों में जमी मैल खाने के जरिए पेट में चली जाती हैं, जिससे पेट से जुड़ी बीमारियां हो जाती हैं। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए नेल्स हाइजीन का भी खास-ख्याल रखें।
-नियमित रूप से नेल्स को काटें और उसमें जमा मिट्टी को साफ करें, खासकर बच्चों के।
-महिलाएं नेल्स को हमेशा पॉलिश ना करें। इससे नेल्स के केराटीन फटने लगते हैं।
-महीने में एक बार पैडीक्योर एंव मैनीक्योर जरूर करवाएं।