हाइपरटेंशन एक ऐसी साइलेंट किलर बीमारी हैं जो बड़ों के साथ बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। इस बीमारी के तेजी से बढ़ने का कारण खराब लाइफस्टाइल हैं। खान-पान का गलत समय, पौष्टिक आहारों की कमी और फिजिकल एक्टिविटी का कम होना इस बीमारी को और बढ़ावा दे रहा है। बढ़ता हाई बीपी हार्टअटैक, ब्रेन स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी बीमारियों को न्यौता देता हैं। आंकड़ों की मानें तो दुनियाभर में हर साल लगभग 75 लाख मौतें हाई ब्लड प्रेशर की वजह होती हैं। बता दें कि यह आंकड़ा 30 साल में दोगुना हो गया है।
नमक से सबसे ज्यादा खतरा
डाक्टरों की मानें तो यह बीमारी खाने में नमक का अधिक सेवन करने से होती है। एक सामान्य व्यक्ति को एक दिन में 6 ग्राम से अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए यानि कि लगभग 1 टीस्पून। जरूरत से ज्यादा नमक खाना हाइपरटेंशन को बढ़ावा देता है।
बच्चे भी हाई बीपी के शिकार, वजह जंकफूड
रिसर्च के मुताबिक, 5 से 15 साल की उम्र के 8% बच्चे हाइपरटेंशन का शिकार हैं, जिसकी वजह बच्चे जंक फूड का सेवन अधिक करते है। बिजी लाइफ के चलते पढ़ाई से उन्हें खेलकूद का समय नहीं मिल पाता। वहीं आऊटडोर गेम्स की जगह अब इनडोर ने ले ली हैं। बच्चे मोबाइल गेजेट्स में इतने बिजी हो गए हैं कि फिजिकल एक्टिविटी नहीं करते। वहीं कुछ बच्चों को यह बीमारी आनुवांशिक तौर पर भी मिल रही है।
इंदौरियों में बढ़ता उच्च रक्तचाप का खतरा
इंदौर में लोग नमकीन और कचौरी-समोसे काफी फेमस है लेकिन यह स्वाद सेहत पर भारी पड़ रहा है। इनमें नमक की मात्रा सामान्य से ज्यादा होती है। इसके अलावा ये एक ही तेल में बार-बार तले जाते हैं, जिससे ट्रांसफैट बढ़ता है जो शरीर में पहुंच जाता है। इस वजह से इंदौरियों में उच्च रक्तचाप का खतरा लगातार बढ़ रहा है।