बच्चे की सेहत को लेकर मां-बाप हमेशा चिंतित रहते हैं। सवाल चाहे उसके न्यूट्रिशियंस का हो या फिर स्किन केयर का इसके लिए ऑलिव ऑयल पर पूरा भरोसा किया जाता है। इस तेल में विटामिन के, ई के अलावा असंतृप्त वसा (अच्छी वसा) भी उच्च मात्रा में होती है जो बच्चे के मानसिक और शारीरिक विकास में बहुत लाभकारी है।
ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल
बच्चे के सिर पर जमी पपड़ी (Cradle Cap)
क्रैडल कैप यानि बच्चे की खोपड़ी पर परत का जमना, इस परत को हटाने के लिए ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। जैतून के तेल में बराबर मात्रा में पानी मिला कर इसे बच्चे के सिर पर लगाएं। आधे घंटे तक इसे लगा रहने के बाद गुनगुने पानी से धो दें। इस बात का ध्यान रखें कि सिर पर जमी परत को कभी भी नाखूनो से साफ न करें।
बालों का अच्छी ग्रोथ
जन्म के बाद ज्यादातर छोटे बच्चे के सिर पर पर बाल बहुत कम होते हैं। गुनगुने ऑलिव ऑयल के साथ बच्चे की सिर की मसाज करने से फायदा मिलता है।
डायपर रैश से छुटकारा
बच्चे की त्वचा बहुत कोमल होती है। कई घंटे लगातार डायपर पहनने के बाद उनकी स्किन पर रैशेज पड़ने लगते हैं। इसके लिए भी जैतून के तेल का इस्तेमाल बेस्ट है, 2 चम्मच ऑलिव ऑयल में 1 चम्मच पानी डालकर मिक्स कर लें। इसे रैशेज पर लगाएं, आराम मिलेगा।
कफ से आराम
मौसम में आए बदलाव का असर बच्चे पर बहुत जल्दी पड़ता है। इससे राहत दिलाने के लिए ऑलिव ऑयल में 1-1 बूंद रोजमेरी और पेपरामिंट के तेल की मिक्स करें और रात को सोने से पहले इसे बच्चे की छाती पर लगा दें। इसका इस्तेमाल करने के लिए डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
बेस्ट मॉइश्चराइजर
सर्दी के मौसम में त्वचा पर बहुत जल्दी रूखापन आ जाता है। शिशु की त्वचा को कोमल बनाए रखने के लिए ऑलिव ऑयल से बच्चे की मसाज करें।
कब्ज से राहत
बच्चे को कब्ज होना आम बात है लेकिन इससे उसे बहुत तकलीफ से गुजरना पड़ता है।ऐसे में ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल बेहतर है। इस तेल को गुनगुना करके बच्चे के पेट पर गोलाई में मसाज करें। इससे पेट धीरे-धीरे नर्म होना शुरू हो जाएगा और कब्ज से भी आराम मिलेगा।
बच्चा का वजन बढ़ाए
जन्म के 7-8 महीने बाद भी बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा तो डाइट में थोड़ा-सा ऑलिव ऑयल इस्तेमाल करना शुरू करें। इससे बहुत फायदा मिलेगा।
मानसिक विकास में लाभकारी
बच्चे के दिमागी विकास के लिए भी जैतून का तेल लाभकारी है। बच्चो के खाने में इस तेल का छौंक लगाएं। इसके अलावा गर्भावस्था में जैतून के तेल का सेवन भी बच्चे के दिमागी विकास के लिए बहुत अच्छा है।