19 APRFRIDAY2024 10:01:07 PM
Nari

अब कोई महिला नहीं रहेगी बांझ, मां बनने में काम आएगी यह नई तकनीक

  • Edited By Anjna,
  • Updated: 05 Apr, 2019 04:32 PM
अब कोई महिला नहीं रहेगी बांझ, मां बनने में काम आएगी यह नई तकनीक

मां बनने का एहसास सबसे खूबसूरत होता है। शादी के बाद जब कोई महिला बच्चे को जन्म देती है तो उसकी खुशी को शब्दों में जाहिर नहीं किया जा सकता लेकिन अगर किन्ही कारणों की वजह से वह मां नहीं बन पाती तो यह दर्द बहुत तकलीफ देता है। अगर कोई महिला 1 साल रेगुलर कोशिश के बाद भी प्रेग्नेंट होने में असफल हो जाती है तो इसे इनफर्टिलिटी कहते है लेकिन हाल ही में हुए शोध में पता चला है कि नई तकनीक से जो महिलाएं प्रेग्नेंट नहीं हो पाती उनका सपना पूरा हो सकता है। आइए जानते हैं कौन सी है वह तकनीक।

 

18 साल बाद इस तकनीक के जरिए बनी मां

दुनियाभर में पीआरपी की मदद से इन्फर्टिलिटी का इलाज मुमकिन हो गया है। इंदिरा आईवीएफ हॉस्पिटल में आयोजित एक सेमिनार में बताया गया कि एक महिला की यूट्रस की लाइनिंग कमजोर और पतली थी, जिसकी वजह से वह मां नहीं बन पा रही थी। चिकित्सकों ने पीआरपी तकनीक अपना कर उनकी इनफर्टिलिटी दूर करने में सफलता प्राप्त की है। उन्होंने कहा, "यह महिला शादी के 18 साल बाद इस तकनीक के जरिए मां बनी।"

 

पीआरपी तकनीक से हुआ संभव

शादी के 18 साल बाद भी पूनम मां नहीं बन पा रही थीं। इसकी वजह थी यूट्रस की लाइनिंग का पतली होना। यूट्रस की लाइनिंग को मोटी बनाने के तमाम प्रसीजर और दवा अपनाने के बाद भी जब फायदा नहीं हुआ तो डॉक्टरों ने उन्हें सरोगेसी की सलाह दी लेकिन पूनम अपने बच्चे की मां बनना चाहती थीं। तब डॉक्टरों ने प्लेटलेट्स रिच प्लाज्मा (PRP) तकनीक अपनाने की सलाह दी।

PunjabKesari

 

क्या है पीआरपी तकनीक?

पीआरपी एक ऐसी तकनीक है, जिसमें मरीज के बॉडी से ब्लड निकाल कर इस खास तकनीक की मदद से ब्लड कंपोनेंट को अलग किया गया, जिसमें प्लेटलेट्स रिच पदार्थ काफी मात्रा में होते हैं। इसमें ग्रोथ फैक्टर और हार्मोन में सुधार की क्षमता होती है। PRP तकनीक के जरिए यूट्रस की मोटाई को बढ़ाया जाता है जिससे बच्चा ठहर सकें। इस तरह से प्रेग्नेंट होने की संभावना काफी बढ़ जाती है।

 

इस तकनीक के और फायदे

इस तकनीक के जरिए ठीक ना होने वाले घाव और डायबिटीज के कारण होने वाले अल्सर का  इलाज भी हो सकता है। पीआरपी थेरेपी के जरिए डेड सेल्‍स को पुनः जीवित कर उन्हें मजबूत बनाया जाता है। इस तकनीक के जरिए बालों का गिरना रोका जा सकता है। इससे स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम्स से भी छुटकारा मिल सकता है।

PunjabKesari

लाइफस्टाइल से जुड़ी लेटेस्ट खबरों के लिए डाउनलोड करें NARI APP

Related News