पानी के साथ कुछ मीठा हो जाए तो क्या कहने। अगर आप भी इसी फंडे में यकीन करते हैं तो संभल जाएं। मीठे के साथ पानी पीने की आदत मोटापे और टाइप2 डायबिटीज को दावत दे सकती है। दक्षिण अमरीका के सूरीनाम स्थित एम्टॉन डि कॉम यूनिवर्सिटी के हालिया अध्ययन में यह दावा किया गया है।
शोधकर्त्ताओं के मुताबिक, पानी मीठे व्यंजनों से ग्लूकोज सोखने की शरीर की क्षमता बढ़ता है। इससे खून में शुगर का स्तर में इजाफा होता है। मस्तिष्क बढ़ी हुई शुगर को ऊर्जा में तबदील करने के लिए अग्नाशय को इंसुलिन के उत्पादन में तेजी लगाने का संदेश देता है। मुख्य शोधकर्ताओं जॉर्ज फिलिप ने बताया कि अधिक मात्रा में इंसुलिन पैदा होना भी ठीक नहीं है। 5 सत्रों में हुए इस अध्ययन के नतीजे 'जर्नल क्लीनिकल न्यूट्रीशन ई.एस.पी.ई.एन' के हालिया अंक में प्रकाशित किए गए हैं।
आधे घंटे का अंतर रखना बेहतर
पहले सत्र में फिलिप और उनके साथियों ने 35 प्रतिभागियों को खाली डोनट खाने को दिया। दूसरे सत्र में उन्हें पानी के साथ डोनट का सेवन करवाया। तीसरे सत्र में डोनट खाने से आधे घंटे पहले और चौथे सत्र में आधे घंटे बाद पानी पिलाया। पाचंवे सत्र में प्रतिभागियों को एक साथ 2 डोनट का सेवन करवाया गया। इसमें डोनट खाने के बीच में पानी पीने वाले प्रतिभागियों का ब्लड शुगर सबसे अधिक था। डोनट के सेवन से आधे घंटे बाद पानी पीने वालों में शुगर की मात्रा सबसे कम पाई गई।
सावधान रहें
-02 तक बढ़ सकता है खून में शुगर का स्तर
-नीठे से ग्लूकोज सोखने की शरीर की क्षमता बढ़ाता है पानी
ऐसे नहीं लगेगी प्यास
खाना हड़बड़ी में न खाएं
बड़े-बड़े निवाले न लें
कोई भी चीज अच्छे से चबाने के बाद ही निगलें
नमक और चीनी का सेवन कम करें
बिगड़ सकता है हाजमा
1. खाने के बीच में पानी पीना पाचन तंत्र के लिए ठीक नहीं है।
2. आंत में खाना पचाने में सहायक एंजाइम पतला होता है।
3. पोषक तत्वों को अलग करने की उनकी क्षमता घटती है।
4. खाने और पीने में आधे से एक घंटे का फासला रखना जरूरी।
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