बालों के कम उम्र में ही झड़ने व गंजेपन से सिर्फ उम्रदराज ही नहीं बल्कि नौजवान लोग भी प्रभावित हो रहे हैं। यह गलत खान-पान और बदलते लाइफस्टाइल का ही नतीजा है। कम उम्र में झड़ते बाल उम्र से बड़ा दिखाने की वजह बन जाते हैं। इसे छिपाने के लिए लोग कई तरह के ब्यूटी ट्रीटमेंट का इस्तेमाल करते हैं। इन्हीं में से एक है LLLT हेयर ट्रीटमेंट, जिसे आजकल लोग खूब इस्तेमाल कर रहे हैं। इसकी फुल फॉर्म लो लेवल लाइट थैरेपी (Low Level Light Therapy) है। जिसके जरिए बालों को स्पैशल ट्रीटमेंट दिया जाता है और बालों का झड़ना कम हो जाता है।
किस तरीके से काम करता है LLLT?
यह थैरेपी आज की नहीं बल्कि बहुत पुरानी है। जिससे नॉन सर्जिकल तरीके से हेयर लॉस को ट्रीट किया जाता है। सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो इससे बर्निग, दर्द और घाव होने का डर नहीं होता। बालों का विकास तेजी से करने के लिए इस कैप से निकलने वाली लाल रंग की लेजर स्किन और बालों की कोशिकाओं द्वारा अवशोषित होती है। जिससे बालों की रूकी हुई ग्रोथ दोबारा होनी शुरू हो जाती है।
वास्तव में LLLT की यह तकनीक काफी पुरानी है, पहली बार 1966 में एक हंगेरियन वैज्ञानिक ने खोज की थी। इससे निकलने वाली किरणें त्वचा के लिए हानिकारक नहीं होती। कुछ परीक्षणों में यह बात सामने आई है कि एलएलएलटी और कैंसर के बीच प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष कनेक्शन नहीं है।
क्या LLLT हेयर थैरेपी बनती है कैंसर की वजह?
कुछ लोगों इस बात को सोचते हैं कि इस थैरेपी का इस्तेमाल कैंसर की वजह बनता है तो कुछ परीक्षणों में यह बात सामने आई है कि इसका कैंसर से किसी तरह का कोई कनेक्शन नहीं है।
पहले जहां इसका सिर्फ कैप में इस्तेमाल किया जाता था, आज इसके कई विकल्प आसानी से मिल जाते हैं। लेजर कॉम्ब,हेलमेट और हैंड बैंड्स आदि। यह सब एक ही तरह से काम करते हैं। इससे निकलने वाली 650 नेनो-मीटर की वेवलैंथ बालों का विकास करने में बहुत प्रभावी मानी जाती हैं।
फैशन, ब्यूटी या हैल्थ महिलाओं से जुड़ी हर जानकारी के लिए इंस्टाल करें NARI APP