बच्चों की सुरक्षा को लेकर मां-बाप हमेशा परेशान रहते हैं। उन्हें बात-बात पर समझाते रहते हैं कि किसी बात को ना नहीं बोलना। वहीं, कुछ बाते ऐसी भी हैं, जिसमें बच्चों को न कहना सीखाना भी बहुत जरूरी है। जैसे गुड टच और बैड टच के बारे में जानकारी देना। जब कोई अजनबी छूने लगे तो उसे न कहना जैसी बाते बच्चों को बार-बार सीखानी बहुत जरूरी है। उन्हें यह भी बताएं कि इन बातों में न कहने में कोई बुराई नहीं है। आइए जानें किन बातों पर बच्चों को न कहना है जरूरी।
जब कोई छुना चाहे
छोटे बच्चों को इस बात की कोई समझ नही होती कि क्या गुड टच है और क्या बैड टच। वहीं, उसे यह भी बताएं कि किसी के गलत तरीके से छूने पर आपकी त्वचा को भी नुकसान पहुंच सकता है। बच्चों की सॉफ्ट स्किन को छूने से उसे इंफैक्शन भी हो सकती है। इस बात के लिए बच्चों को सिखाएं कि जब भी कोई छूने लगे तो उसे वह पहले ही न कह दे।
न करे असंभव मदद
कई बार कोई रिश्तेदार बच्चे से मदद मांगते हैं। जैसे खाली बर्तन किचन में रखना, पानी पकड़ाना, उन्हें कार तक छोड़ना आदि यह सब बातें बच्चे के बस की नहीं होती। भला छोटा-सा बच्चा किसी की मदद कैसे कर सकता है। इन सब बातों में उसे न कहना सिखाएं ।
चॉकलेट खाने से मना करना
चॉकलेट बच्चे की कमजोरी होती है। कुछ लोग उनकी कमजोरी को भांपते हुए उन्हें चॉकलेट का लालच देते है। इस तरह की चीजें बच्चे को नुकसान भी पहुंचा सकती हैं। इस सिचुएशन में उन्हें समझाएं कि वह पहले से ही ऐसे लोगों को न कह दे। इसमें कोई बुराई नहीं है।
लिफ्ट लेने से करें मना
कई बार घर से बाहर बच्चे को अकेला देखकर लोग उसे लिफ्ट देने की कोशिश करते हैं। ऐसी स्थिति में बच्चे को ना कहना आना बहुत जरूरी है क्योंकि बच्चे का किसी अजनबी केे साथ जाना सही नही है।
बच्चों को न हो खिलौनों का लालच
जब कोई बच्चे को खिलौने के लालच दे तो उसे न कहना आसान नहीं होता। बच्चा मना करे तो कोई बुरा नहीं मानता। ऐसे में बच्चे को शुरु से ही समझाएं कि खिलौने आप खुद लेकर देंगे। कोई दे तो उसे ना कहें।