इन दिनों यहीं अफवाहें व्यक्ति को डरा रही हैं। एक तरफ जहां भारत में कोरोना कहर मचा रहा है, वहीं कोरोना की वैक्सीन को लेकर लोगों में मन में डर बना हुआ है। मुंबंई के आरे जंगलों के साथ लगते 27 गांवों में रहने वाले सैकड़ों लोगों ने वैक्सीन नहीं ली है क्योंकि गलतफहमियों और अफवाहों के चलते वह काफी डरे हुए हैं। वहां रहने वाली एक महिला का कहना है 'मुझे डर लगता है.. कुछ लोगों ने मुझे बताया कि वैक्सीन लेने के बाद कुछ समय तक ठीक लगता है, उसके बाद बुखार आने लगता है और फिर अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है और फिर वो शख्स कभी लौटकर नहीं आता। उसकी मौत हो जाती है।'
एक अन्य आदिवासी ने कहा, 'हमें इसे लेने की ज़रूरत नहीं है, हम बहुत अच्छे हैं। हम लोगों को कोई दिक्कत नहीं है।' जबकि वहीं के एक बीएमसी कर्मचारी ने दोनों डोज ले ली है उनका कहना है कि लोगों में टीकाकरण संबंधी जानकारी का अभाव है और लोग सुनी- सुनाई बातों पर विश्वास कर रहे हैं।
यह अभाव सिर्फ यहीं नहीं बल्कि भारत के कई राज्यों में हैं। अफवाहें फैल रही है कि कोविड इंजैक्शन लेने से मौत हो जाती है। पुरुष हो या महिला बांझ बन जाता है। एक अफवाह यह भी उठी कि जनसंख्या कम करने के लिए वैक्सीन लगाए जा रहे हैं जबकि यह सब सच नहीं है। ऐसी अफवाहों पर विश्वास ना करें।
इस पर केंद्रीय स्वास्थय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने खुद ट्वीट किए औऱ कहा कि ऐसा कोई वैज्ञानिक सबूत ही नहीं है कि कोरोना वैक्सीन लेने से कोई बांझपन का शिकार हो जाए या ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली है। कृपया ऐसे किसी भी अफवाह या अपुष्ट स्रोतों से मिल रही सूचनाओं पर ध्यान न दें।
कोरोना वैक्सीन के बाद बुखार, दर्द जैसे साइड-इफैक्ट आम
कोरोना का टीका लगवाने के बाद हल्का बुखार, मांसपेशियों में दर्द व एलर्जी जैसे कुछ साइड इफैक्ट्स सामने आ सकते हैं जो हर वैक्सीन के लिए आम बात है।
1. बुखार के साथ कंपकंपी होना सबसे आम साइट इफैक्ट है। कई लोगों को सिरदर्द की शिकायत भी होती है।
2. आंकड़ों के मुताबिक, वैक्सीन पाने वाले आधे लोगों को हल्के सिरदर्द की शिकायत रहती है। वैक्सीन से पाचन तंत्र पर थोड़ा असर हो सकता है।
3. चक्कर आना, पेट में मरोड़ उठने, जी घबराना, उल्टी आना, थकान जैसी शिकायतें भी वैक्सीन लगने के बाद आती है जो कि आम होते हैं। इसमें घबराने की जरूरत नहीं है।
वैक्सीन आने के बाद लोग हो गए लापरवाह
वहीं एक्सपर्ट का कहना है कि वैक्सीन आने के बाद से लोग ज्यादा लापरवाह हो गए हैं। जिन लोगों की वैक्सीनेशन हो गई है, वह इस गलतफहमी में हैं कि अब उन्हें कोरोना होगा ही नहीं जबकि वैक्सीन सिर्फ एक प्रोटेक्शन है, कोविड का इलाज नहीं। कोरोना से बचने का बेहतर उपाय बचाव ही है। कोरोना नियमों का पालन करेंगे तो ही इस वायरस से बचे रहेंगे। इसलिए वैक्सीन के बाद भी मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना, भीड़ में नहीं जाना, बार-बार हाथ धोते रहना बहुत जरूरी है। आपका खान-पान हैल्दी हो। फल-सब्जियां, अंकुरित अनाज और पानी भरपूर पीएं। इम्यूनिटी को स्ट्रांग रखें।
डॉक्टरों के मुताबिक, 100% नहीं बचाती कोरोना वैक्सीन
लोगों ने वैक्सीन आने के बाद एक गलत धारणा बना ली कि वैक्सीन आ गई है, अब तो कुछ नहीं होगा जबकि वैक्सीन 100 प्रतिशत नहीं बचाती है। यह सिर्फ इंफैक्शन को खतरनाक नहीं होने देती। डाक्टर्स का कहना है कि कोई भी वैक्सीन सभी 100 के 100 इंसानों में एंटीबॉडी नहीं बनाती, कुछ लोगों में एंटीबॉडी नहीं बनती या इतना कम बनती है कि वैक्सीन के बाद भी संक्रमण हो सकता है।
लापरवाही दिखाते रहे तो नहीं टूटेगी कोरोना चैन
अगर लोग ऐसे ही लापरवाही दिखाते रहे तो यह चैन नहीं टूटेगी। वैक्सीन लेना जरूरी है और जिन्हें टीका लग भी गया है, उनका भी बचाव के लिए सतर्क रहना जरूरी है।