तुलसी एक औषधि है। इसका इस्तेमाल कई तरह की बीमारियों के इलाज में किया जाता है। औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी के बहुत से फायदे है जो इसे बहुत खास बनाते है। प्रेग्नेंसी में तुलसी का सेवन करने के बहुत से फायदे है। सबसे अच्छी बात है कि ये पूरी तरह से सुरक्षित है। प्रेग्नेंसी में इसका रोज सेवन करने से इंफेक्शन का खतरा बहुत कम हो जाता है। इसकी पत्तियां में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाया जाता है। इसके अलावा ये इंम्युनिटी को भी दुरुस्त रखने में मदद करता है। आइए जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में तुलसी खाने के और क्या फायदे हो सकते है।
प्रेग्नेंसी में तुलसी खाने के फायदे
एनिमिया के खतरे को कम करने में मददगार
प्रेग्नेंसी में एनिमिया होने का खतरा बढ़ जाता है। जिन महिलाओं को प्रेग्नेंसी में खून की कमी हो जाती है उन्हें कई दूसरी प्रॉब्लम्स भी होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में हर रोज तुलसी की कुछ पत्तियों के सेवन से इस खतरे को कम किया जा सकता है। ये लाल रक्त कणिकाओं को बढ़ाने का काम करता है।
थकान दूर करने में मददगार
गर्भावस्था में थकान महसूस होना एक सामान्य बात है। तुलसी की पत्तियों में हीलिंग क्वालिटी होती है। इसकी पत्तियों में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-फंगल गुण होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान तुलसी की पत्तियों के सेवन से ऊर्जा मिलती है और सुबह आने वाले चक्कर और कमजोरी में फायदा होता है।
विटामिन के का अच्छा माध्यम
तुलसी के पत्तों में भरपूर मात्रा में विटामिन के पाया जाता है। विटामिन के रक्त का थक्का जमाने में सहायक होता है।
भ्रूण के विकास में सहायक
गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए तुलसी काफी फायदेमंद है। इसमें मौजूद विटामिन ए बच्चे के विकास के लिए एक आवश्यक तत्व है। ये तंत्रिका तंत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण है।
संक्रामक रोगों से सुरक्षा
प्रेग्नेंसी में कई तरह की बीमारियों के होने का खतरा बना रहता है। इस दौरान तुलसी के पत्तों के सेवन से कई तरह की संक्रामक बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है।