मोटापा बढ़ने के साथ-साथ शरीर में कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए तो मोटापा ओर भी ज्यादा खतरनाक होता है। वहीं इसके कारण हार्ट डिसीज और अन्य बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है लेकिन हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक ऐसा रिस्क कैलकुलेटर इन्वेंट किया है जिससे डायबिटीज और मोटापे से ग्रस्त लोगों में दिल के रोग, हार्ट अटैक का पता लगाया जा सकता है।
जी हां, शोधकर्ताओं के एक नए अध्ययन के अनुसार, एक वेब-आधारित जोखिम कैलकुलेटर विकसित किया गया है, जो टाइप 2 डायबिटीज और मोटापा वाले रोगी में मौत, हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर, गुर्दे की बीमारी सहित कई बीमारियों का पता लगाने में मदद करेगा। जिन शोधकर्ताओं ने इसे बनाया है उनका मानना है कि यह कैलकुलेटर भविष्य में हैल्थ के प्रति जागरुकता बढ़ाएगा। साथ ही भविष्य में फैमली डॉक्टर भी इसका इस्तेमाल करके ज्यादा रिस्क वाले मरीजों को सही सलाह दे पाएंगे।
कैसे काम करता है?
इस मॉडल को कनाडा के ओटावा हॉस्पिटल में तैयार किया गया है, जिसकी स्टडी में 1,04,219 रेजीडेंट्स को शामिल किया गया। रिसर्च के बाद पता चला कि इस कैलकुलेटर से सेहत के बारे में काफी कुछ पता लगाया जा सकता है। यह अगले 5 पांच सालों में होने वाली हार्ट डिसीज या इससे मौत के खतरों की जानकारी देने में समर्थ है।
बिगड़ी लाइफस्टाइल की भी देता है जानकारी
इतना ही नहीं, यह आपके खराब लाइफस्टाइल की जानकारी भी देता है। इससे उम्र, स्मोकिंग, अल्कोहल, डाइट, फिजिकल एक्टिविटी, स्ट्रेस, एजुकेशन, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसी कई बातों का पता लगाया जा सकता है।
इसलिए देता है सही इंफॉर्मेशन
दरअसल, वैज्ञानिकों के अनुसार ज्यादातर लोग हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की बात तो कह देते हैं लेकिन इसके लिए वो डॉक्टर या एक्सपर्ट से सलाह लेना जरूर नहीं समझते बल्कि खुद ही अपना रूटीन तय कर लेते हैं। वहीं बहुत से लोग तो ऐसे भी हैं, जो रेगुलर ब्लड प्रैशर या कोलेस्ट्ऱल लेवल चेक नहीं करवाते। इसी कारण उनकी लाइफस्टाइल में सुधार नहीं हो पाता, जो हार्ट अटैक, मोटापा, डायबिटीज, स्ट्रोक का खतरा बढ़ता है। मगर इस वेबसाइड में कुछ ऐसे सवाल पूछे जाते हैं, जिससे आपकी लाइफस्टाइल के बारे में सही इंफॉर्मेशन मिल जाती है।
'बिग प्रोजेक्ट लाइफ' दिया गया नाम
शोधकर्ताओं के मुताबिक इस प्रोजेक्ट को 'बिग लाइफ' नाम दिया गया है। वेबसाइट https://www.projectbiglife.ca पर जाकर अपनी सेहत की जानकारी ले सकते है। इस मॉडल को अभी कनाडा में इस्तेमाल किया जा रहा है। वर्ल्ड हेल्थ सर्वे के आधार पर दूसरे देशों में भी इस ऑनलाइन केल्कुलेटर को इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके अलावा डाइट में सोडियम कितना होना चाहिए, बुजुर्गों की केयर कैसी हो, इसकी भी जानकारी जल्द ही पाई जा सकेगी।