मधुमेह आहार का मतलब है कि स्वास्थ्यप्रद खाद्य पदार्थों का सेवन जिनको मध्यम मात्रा और नियमित रूप में खाने से है। स्वास्थय से रिलेटिड आहार यानि कि पोषक तत्वों से भरपूर और वसा और कैलोरी में कम वाला भोजन करने से हैं। आज का यह लेख रोजे रखने वाले उन लोगों के लिए है, जो डाइबिटीज यानि कि शूगर की बीमारी से पीड़ित हैं। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें मीठा खाने से तो परेशानी होती ही है, साथ ही कुछ न खाने से भी इंसान की शूगर लो हो जाती है, जो कि हाई लेवल पर गई शुगर से भी खतरनाक बात है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि शुगर के मरीजों को रोजों के दौरान अपना ध्यान कैसे रखना चाहिए।
इफ्तार के समय रखें ध्यान
इफ्तार यानि कि सुबह 3 बजे या फिर सूरज उदय होने से पहले खाना खा लेने का वक्त, जिससे सारा दिन कुछ न खाने पर भी शरीर की ऊर्जा शक्ति बनी रहे। अक्सर इस दौरान लोग मीठे का सेवन कर लेते हैं, मगर शुगर के मरीजों को इस बात से बचना है। मीठा खाने से भूख और भी ज्यादा लगती है। आप कोशिश करें कि हरी सब्जियों का सेवन करें,जिससे आपके शरीर में शुगर लेवल भी नार्मल रहेगा और आप सारा दिन एनर्जेटिक भी फील करेंगे।
डॉक्टर से करें संपर्क
डायबिटिक पेशेंट रोजा रखने से पहले एक बार अपने डॉक्टर से जरुर बात कर लें। हो सकता है आपका शरीर सारा दिन भूख न बर्दाशत कर सकता हो। उसके लिए आपके डॉक्टर आपको कुछ हैल्दी ड्रिंक्स के बारे में बता सकते हैं, जिनके सहारे आप अपना दिन ठीक तरह से निकाल सकते हैं।
अधिक ना खाएं
रोजा खोलते वक्त अक्सर लोग अधिक मात्रा में खा लेते हैं। सारा दिन भूखा रहने के बाद यदि शुगर के मरीज एक दम से हैवी खानी अधिक मात्रा में खाएंगे, तो हो सकता है उनका ब्लड ग्लुकोज बिगड़ जाए। आप थोड़ा-थोड़ा करके भी खा सकते हैं, जिससे आपका पेट भी भर जाएगा और आपको शुगर लेवल भी ठीक रहेगा।
हल्का-फुल्का खाएं
शुगर के पेशेंटस को हमेशा लाइट डाइट का सेवन ही करना चाहिए। उन्हें परांठे या फिर समोसे-पकौड़े जैसी हैवी चीजों का भी सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से शुगर लेवल बढ़ने के साथ-साथ लोगों को हार्ट रिलेटिड प्रॉब्लम का भी सामना करना पड़ सकता है। तो इन सब बातों का ध्यान रख कर आप आपने रोजों को और भी सुंदर तरीके से मना सकते हैं।
बचें डिहाईड्रेशन से
रोजा में लोग पानी तक नहीं पीते हैं। इसकी वजह से कुछ लोगों को डिहाइड्रेशन भी हो जाता है। इसका सबसे ज्यादा खतरा शुगर के मरीजों को होता है। सबसे जरूरी तो यही है कि आप संतुलित आहार लें।दूसरी चीज ये कि रोजा को पेय पदार्थ से खोलें। अगर नायरियल पानी या नींबू पानी पिएंगे तो बेहतर होगा। दिन में जितना कम हो सके, उतना कम भाग-दौड़ वाले काम करें, ताकि पानी की कमी से खुद को बचा सकें। चाय-कॉफी को पूरी तरह से ना बोलें और फलों के जूस पिएं, जो कमजोरी नहीं आने देंगे और डिहाइड्रेशन से भी बचाएंगे।