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जालंधर के इस मंदिर में कार्तिक माह की पूर्णिमा होती है खास

  • Edited By Harpreet,
  • Updated: 12 Nov, 2019 05:42 PM
जालंधर के इस मंदिर में कार्तिक माह की पूर्णिमा होती है खास

कुछ वर्ष पहले पंजाब के शहर जालंधर में एक राक्षस रहा करता था। जिसने अपने दुष्कर्मों के साथ यहां रहने वाले लोगों का जीना मुश्किल किया हुआ था। उस राक्षस की पत्नि हुआ करती थी जिसका नाम वृंदा था। आज जिसे पूरे भारत में मां तुलसी के नाम से पूजा जाता है। तुलसी जी के नाम से भारत में बहुत सारे मंदिर बने हैं, उन्हीं में से एक जालंधर का वृंदा मंदिर है। जहां पर कार्तिक माह की पूर्णिमा के मौके विशेष तौर पर मां तुलसी की पूजा की जाती है। आइए जानते हैं उसी मंदिर के बारे में कुछ खास बातें...

वृंदा मंदिर

इस मंदिर में आज के दिन लोग खासतौर पर जाकर मां तुलसी की पूजा करते हैं। मंदिर में ज्यादातर तुलसी और आंवला के पैधे लगाए गए हैं। यहां एक कुआं भी है जिसमें अब पानी न होने की वजह से लोग सिक्के डालकर अपने मन की मुराद तुलसी मां से कहते हैं। यह मंदिर कुंवारे लड़के-लड़कियों के लिए खास मान्यता रखता है। लोगों का विश्वास है कि जिस लड़के-लड़की की शादी में रुकावट आ रही है अगर लड़का यहां आकर तुलसी मां को सेहरा और लड़की 16  श्रृंगार का सामान चढ़ाती है तो उनकी शादी के संजोग खुल जाते हैं।

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स्वास्थय के लिए फायदेमंद

कुएं के साथ-साथ इस मंदिर में एक तालाब भी है जहां इस पूजा के दौरान महिलाएं 5 दिये जल को अर्पित करती हैं। तालाब में दिए अर्पित करने के बाद आंवला के पेड़ को मौली बांधी जाती है। जिसे पूरा बांधना होता है, उसे बीच में से तोड़कर नहीं बांधा जा सकता। मौली बांधने के साथ-साथ लोग आंवला पेड़ के नीचे बैठकर भोजन भी ग्रहण करते हैं। यह भोजन लोग अपने घर से बनाकर लाते हैं, ऐसी मान्यता है कि इस दिन आंवला पेड़ के नीचे बैठकर भोजन खाने से आपका स्वास्थ साल भर ठीक रहता है।

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मां अन्नपूर्णा मंदिर

वृंदा मंदिर के साथ-साथ अन्नपूर्णां मंदिर की भी अपनी मान्यता है। अन्नपूर्णा मंदिर वृंदा मंदिर के बिल्कुल साथ बना है। वृंदा मंदिर माथा टेकने के बाद लोग अन्नपूर्णा मंदिर में जरुर जाकर आते हैं। कार्तिक माह में जो 5 दिन का व्रत रखा जाता है उस दौरान चावल बिल्कुल नहीं खाने होते। ऐसे में व्रत रखने वाले लोग पूरे 5 दिन का व्रत पूरा करने के बाद यहां आकर चावल खाकर अपना व्रत खोलते हैं।

तुलसी के वास्तु लाभ

धार्मिक महत्व रखने के साथ-साथ तुलसी का पौधा वास्तु के लहजे से भी घर और जीवन के लिए फायदेमंद सिद्ध होता है। तुलसी का पौधे आंगन में लगाने से घर के वास्तु दोष ठीक होते हैं, साथ ही इसे घर में रखने से सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है। ध्यान रखे की कभी घर में तुलसी का पौधा सूखे नहीं, ऐसे में समय-समय पर इसे खाद और सही देखभाल के साथ हमेशा हरा-भरा रखें।

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तो ये थी जालंधऱ में स्थित वृंदा मंदिर और मां अन्नपूर्णा मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें...
 

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