हाल ही में हुए एक अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि अस्पतालों के शौचालयों में जैट-एयर ड्रायर का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन ये एक बार इस्तेमाल होने वाली पेपर टॉवल (टिश्यू पेपर) के मुकाबले ज्यागा रोगाणु फैलाते है।
जर्नल ऑफ हॉस्पिटल इंफैक्शन में प्रकाशित अध्ययन में असल जिंदगी की परिस्थितियों में 3 अलग-अलग देशों के अस्पतालों के 2-2 शोचालयों में जीवाणुओं के प्रसार का अध्ययन किया गया। ये अस्पताल ब्रिटेन, फ्रांस और इटली में हैं। प्रतियेक शौचालयों में टिश्यू पेपर और जेट एयर ड्रायर लगे थे लेकिन एक बार में इनमें से एक का ही इस्तेमाल अध्ययन के लिए तय दिन में किया गया। ब्रिटेन में यूनिवर्सिटी आफलीड्स के प्रोफैसर मार्क विल्कोक्स ने कहा कि समस्या शुरू हुई क्योंकि कुछ लोगों ने अपने हाथ सही से नहीं धोएं।
विल्कोक्स ने कहा कि जब लोगों ने जैट-एयर ड्रायर का इस्तेमाल किया तो रोगणु उड़ गए और पूरे शौचालय कक्ष में फैल गए। उन्होंने कहा, 'इसके प्रभाव स्वरूप ड्रायर एक एरोसोल के तौर पर काम करता है जो ड्रायर और संभंवतः सिंक, दीवार और सतहों समेत समूचे शौचालय कक्ष को दूषित करता है।'
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