सरकार द्वारा दहेज की प्रथा को रोकने व महिलाओं की सुरक्षा के लिए कई तरह के कानून व बिल पास किए गए है लेकिन अभी भी समाज में दहेज के नाम पर महिलाओं के साथ बहुत ही बुरा व्यवहार किया जाता हैं। महिलाओं को दहेज के नाम पर मानसिक व शारीरिक प्रताडऩा का शिकार होना पड़ता हैं। हाल ही में औरंगाबाद में दहेज के नाम पर न केवल महिला ( आरती कुमारी ) को बल्कि उसकी डेढ़ साल की बेटी ( गुड्डी ) को भी जहर देकर मार दिया गया।
यह घटना बिहार के औरंगाबाद की है। 22 साल की आरती व उसकी डेढ़ साल की बेटी गुड्डी को भी उसके ही घरवालों ने पूरा दहेज न मिलने पर जहर दे दिया। वीरवार रात मृतका के भाई व भदुआ गांव के निवासी अमरेश कुमार ने कुटुम्बा थाने में बताया कि ससुराल वाले उसकी बहन से दहेज में एक लाख रुपए व सोने की चेन मांग रहे थे। उनकी यह मांग पूरी न होने पर उन्होंने उसे मार दिया। उन्होंने केस दर्ज करवाते हुए मृतका आरती के पति राजेश कुमार, ससुर दुधेश्वर मेहता, दिनेश मेहता को इस घटना का आरोपी बताया हैं।
पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेज दिया गया हैं। वहीं पुलिस द्वारा आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे पूछताछ की जा रही हैं।
पति ने बीमारी का बनाया है नाटक
मृतका के भाई अमरेश ने बताया की उन्हें फोन कर कहा कि तुम्हारी बहन व भांजी की तबीयत खराब है, उन्हें एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया गया। तो हम रात को ही अस्पताल में पहुंच गए। अस्पताल पहुंचने पर पता लगा कि दोनों को मृत हालात में अस्पताल लाया गया था। उनसे अस्पताल के कर्मचारियों ने कहा कि दोनों की मौत जहर खाने के कारण हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरोपी ने हत्या की बात को छुपाने के लिए यह पूरा नाटक रचा था।
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