पेरेंट्स हर समय इस चिंता में रहते हैं कि वे अपने बच्चे के खान-पान का ख्याल कैसे रखें। उन्हें पौष्टिक भोजन खिलाना मां-बाप के लिए किसी चुनौती से कम नही है क्योंकि इसी से उनकी शारीरिक और मानसिक विकास सही तरीके से होता है। साथ ही उनमें अच्छी आदतों विकास होना भी जरूरी है, आइए जानें ऐसे ही कुछ स्मार्ट टिप्स जो पेरेटिंग की मुश्किलों तो आसान बना सकते हैं।
नेचुरल फूड और बैलेंस डाइट है जरूरी
बच्चे के खाने में पैकेज्ड फूड की बजाय नेचुरल फूड को शामिल करें। इससे बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि होगी। खाने में विटामिन, प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम आदि तत्वों से भरपूर डाइट को शामिल करना बहुत जरूरी है। इस बात का ख्याल रखें कि इसमें अतिरिक्त चीनी, सोडियम, कैल्शियम और अनहेल्दी फूड और फैट से परहेज करें। इसकी बजाय आप बच्चे को ये चीजें दे सकते हैं।
प्रोटीन
प्रोटीन से युक्त आहार बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ मस्तिष्क के विकास के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण हैं।
तुलसी
बच्चे को सर्दी-खांसी जुकाम जैसी परेशानियां होना आप बात है। इससे राहत दिलाने के लिए उन्हें तुलसी और शहद मिलाकर खिलाएं। इससे अलावा दांत से जुड़ी समस्याओं से राहत पाने में भी तुलसी मददगार है।
मौसमी फल और सब्जियां
बच्चे को मौसमी फल और सब्जियां जरूर खिलाएं। उन्हें आप सलाद, स्नैक्स या फिर डेजर्ट में मिलाकर भी ये चीजें खिला सकते हैं।
कम दें चीनी
बच्चे के मीठी चीेजें कम मात्रा में दें। एनर्जी ड्रिंक, चॉकलेट और केंडी आदि में चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो दांतों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ डायबिटीज और हड्डियों की कमजोरी का कारण बनती है। जिससे शरीर कैल्शियन ऑब्जर्ब करने की क्षमता खोने लगता है।
भरपूर नींद
बच्चे के अच्छे विकास के लिए भरपूर नींद लेना बहुत जरूरी है। उसे मोबाइल, टीवी आदि देखने की आदत न डालें। अगर शुरू से ही उसका लाइफस्टाइल अच्छा होगा तो सेहत भी बढ़िया रहेगी।
पानी बहुत जरूरी
बच्चे को थोड़े-थोड़े अंतराल में पानी पिलाते रहें। पानी पाचन क्रिया सही रखने, कब्ज से छुटकारा दिलाने, डिहाइड्रेशन आदि से राहत दिलाने का काम करता है।