भारत में प्राचीन काल से औषधि के रूप में जड़ी-बूटियां का इस्तेमाल किया जाता आ रहा है। आयुर्वेद में इन हर्ब का खास महत्व है। इन्हीं में एक जड़ी बूटी है सफेद मूसली जो शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद है। आयुर्वेद के अनुसार, सर्दियों में इस औषधि का इस्तेमाल काफी अच्छा माना जाता है जो कई रोगों से लड़ने में मदद करती है। तो चलिए जानते हैं इससे होने वाले फायदे।
क्या है सफेद मूसली
सफेद मूसली बहुत सारे गुणों से भरपूर एक जड़ी- बूटी है। इसे क्लोरोफिटम बोरेवियायनम (Chlorophytum Borivilianum) या व्हाइट मुस्ली भी कहा जाता है। इसमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, एलकाइड और फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह कैंसर, डायबिटीज, गठिया, रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए बहुत फायदेमंद है। इसके अलावा यह थकान, अनिद्रा पौरुष कमजोरी आदि को दूर करने में काफी फायदेमंद है।
गठिया मरीजों के लिए बेस्ट
गठिया मरीजों के लिए इसका सेवन बहुत बढ़िया माना जाता है। इसके अलावा यह हाई ब्लड प्रैशर, थकान को दूर करने में भी काफी फायदेमंद है। आप इसका 3-5 ग्राम पाउडर दूध में मिलाकर ले सकते हैं। इसके अलावा आप इसे शहद के साथ मिलाकर भी ले सकते हैं।
पथरी में कैसे करें सेवन
सफेद मूसली- 1 ग्राम और इन्द्रायण की सूखी जड़- 1 ग्राम पीसकर 1 गिलास पानी में मिलाकर रोज सुबह पीने से फायदा मिलता है। यह पथरी को घोलने व बाहर निकालने में फायदेमंद है।
डायबिटीज में भी फायदेमंद
इसे डायबिटक मरीजों के लिए ज्यादा प्रभावी माना गया है। यानि यह उन डायबिटीक लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है जो पतले या कम वजन वाले होते हैं। इसका मोटे लोगों पर कम प्रभाव होता है। रोजाना 1/2 चम्मच सफेद मूसली पाउड़र दूध के साथ लेने से खून में शुगर कंट्रोल होती है।
स्पर्म की संख्या बढ़ाए
सफेद मुसली पुरुषों के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह वीर्य में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने में भी मदद करती है।
यूरिन इरिटेशन
सफेद मूसली की जड़ को पीसकर इलायची के साथ दूध में उबालकर पीने से राहत मिलती है। आप दिन में दो बार इस दूध का सेवन कर सकते हैं।