हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है लेकिन आपको बता दें कि यह सिर्फ धार्मिक महत्व ही नहीं रखता बल्कि तुलसी का पौधा औषधीए गुणों से भरपूर भी होता है। तुलसी में एंटी-बैक्टीरियल, एंटीऑक्सीडेंट, कैल्शियम के अलावा और भी बहुत से गुण होते हैं इसमें विटामिन ए और सी से भरा हुआ होता है जो सही मायने में कई घरेलू उपचारों में सबसे असरदार है।
कैसे करें तुलसी का सेवन?
तुलसी को चाय में डालकर या इसका काढ़ा बनाकर पीया जा सकता है। इसके अलावा इसे कच्चा, पाउडर, पेस्ट या हर्बल सप्लीमेंट के रूप में लिया जा सकता है। अगर आप तुलसी का काढ़ा नहीं पी पाते तो इसकी 4 से 5 पत्तियां लें और पानी के साथ निगल लें। तुलसी आपके लिए बेहद फायदेमंद है। अगर आप बीमारियों से दूर रहना चाहते हैं तो इसका सेवन करना ना भूलें।
डेंगू बुखार हो या सर्दी जुकाम, तुलसी के पत्ते रोग से जल्द उभरने में मदद करते हैं बलकि यहीं नहीं यह ब्लड प्रैशर या डायबिटीज मरीजों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। चलिए आज हम आपको तुलसी से जुड़़े कमाल के नुस्खों के बारे में बताते हैं।
डायबिटीज में फायदेमंद
तुलसी का काढ़ा या चाय बनाकर पीने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है, जो डायबिटीज मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है।
बुखार व सर्दी-खांसी
तुलसी के पत्तों, अदरक और मुलेठी को पीसकर शहद खाएं। इससे बुखार, सिरदर्द, गले में खराश, सर्दी, खांसी, फ्लू और सीने में जमाव की समस्या दूर हो जाती है। आप चाहें तो इसकी चाय बनाकर भी पी सकते हैं।
किडनी स्टोन
तुलसी की पत्तियों के अर्क में शहद मिलाकर पीने से किडनी स्टोन की समस्या दूर हो जाती है। साथ ही यह क्रॉनिक ब्रॉन्काइटिस, अस्थमा जैसी सांस की बीमारियों में भी फायदेमंद है।
बॉडी डिटॉक्स
यह एक नेचुरल डिटॉक्सीफाइंग, क्लिंजिंग और प्यूरिफाइंग एजेंट है , जिससे शरीर के सभी विषैले तत्व बाहर निकाल जाते हैं। इससे आप कई समस्याओं से बचे रहते हैं। साथ ही यह लिवर को भी डिटॉक्स करता है।
तनाव से छुटकारा
रोजाना तुलसी के 10-12 पत्तों का सेवन करें। इससे ना सिर्फ इम्यून सिस्टम मजबूत होगा बल्कि यह आपको तनाव से भी बचाए रखेगी।
दांतों संबंधी समस्याएं
दांतों से संबंधित समस्या जैसे- सूजन, कैविटी, गम्स जैसी प्रॉब्लम्स में भी तुलसी का सेवन काफी फायदेमंद है।
मलेरिया व डेंगू
इसे एडाप्टोजेन के रूप में भी जाना जाता है, जो हेपेटाइटिस, मलेरिया, टीबी, डेंगू और स्वाइन फ्लू जैसी स्थितियों के इलाज में भी फायदेमंद होता है।
अनियमित पीरियड्स
10 ग्राम तुलसी के बीजों को पानी में उबालकर रोजाना सुबह पीएं। इससे अनियमित पीरियड्स की समस्या ठीक हो जाएगी।
दिल के रोगों से बचाव
इससे कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल में रहता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। तुलसी के पत्ते दिल के लिए एक टॉनिक के रूप में भी काम करते हैं।
मजबूत हड्डियां
कैल्शियम से भरपूर होने के कारण तुलसी की पत्तियां हड्डियों को भी मजबूत बनाती है। साथ ही इसमें एनलजेसिक इफेक्ट होता है, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करता है।
मुहांसों से छुटकारा
तुलसी के पत्तों को पीसकर पिंपल्स पर 20 मिनट तक लगाएं और फिर ताजे पानी से धो लें। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेट्री और एंटी-बैक्टीरियल गुण मुहांसों की समस्या को जड़ से खत्म कर देंगे।
एंटी-एजिंग समस्याएं
तुलसी की पत्तियों का पेस्ट बनाकर चेहरे पर 10-15 मिनट तक लगाएं और फिर ताजे पानी से धो लें। नियमित रूप से इसका इस्तेमाल आपको एंटी-एजिंग समस्याओं से बचाने में मदद करता है।
बालों के लिए है वरदान
तुलसी की कुछ पत्तियों को पीसकर उसमें नारियल व ऑलिव ऑयल मिलाकर स्कैल्प पर लगाएं। हफ्ते में 2 बार इस पैक का इस्तेमाल करें। इससे बाल मजबूत व शाइनी भी होंगे और आप स्कैल्प इंफैक्शन, डैंड्रफ जैसी समस्याओं से भी बचे रहेंगे।