बच्चे बहुत ज्यादा भोले और मासूम होते हैं। उनको अच्छे और बुरे की कोई समझ नहीं होती। जो भी उनको प्यार से बुलाता है वह उसको अपना समझने लगते हैं। उस व्यक्ति के साथ प्यार से बात करने लगते हैं। कई बार तो बच्चे अनजान इंसान के साथ चले भी जाते हैं। क्योंकि बच्चे मन के साफ होते हैं वह समझ नहीं पाते कि किसी के दिमाग में क्या है। एेसे में मां-बाप को चाहिए कि वह अपने बच्चों को गुड और बैड टच के बारे में जरूर बताएं। ताकि वह किसी यौन शोषण का शिकार ना हो पाएं।
1. बताएं क्या है बैड टच और गुड टच
बच्चों को नहीं पता कि गुड टच और बैड टच क्या होता है। इसलिए आप उन्हें ना सिर्फ इसके बारे में बताएं बल्कि उन्हें प्रैक्टिकल रूप में उन्हें समझाने की कोशिश करें, ताकि वो आसानी से समझ सके। आप चाहे तो चित्र के रूप में समझा सकते हैं।
2. बैड टच
बच्चों को बैड टच के बारे में बताना बहुत जरूरी और मुश्किल होता है। जब भी बच्चों को बैड टच के बारे में बताएं तो खुलकर उन्हें प्राइवेट पार्ट्स के बारे में भी बताएं। उनको बताएं कि शरीर के जिन अंगों को मां नहलाते समय साफ करती है तो बैड टच होता है। अगर कोई अजनबी एेसा करने की कोशिश करें तो घर में आकर जरूर बताएं।
लिप्स पर किस करने की कोशिश करे तो वो बैड टच है। किसी अजनबी को गले ना लगाएं। अगर मम्मी, दीदी के अलावा अकेले में कपड़े उतारने की कोशिश करे तो वो भी गलत है। वहीं अगर कोई आपके साथ गलत हरकत करे और बोले कि किसी को बताना मत, तो ये बैड टच होता है।
3. गुड टच
बच्चों को बताएं कि अगर घर का कोई सदस्य, मम्मी, पापा, दीदी, गले लगाएं तो वह गुड टच है। इससे बच्चे को कोई नुकसान नहीं होगा। परिवार के सदस्य अगर कोई किस करता है तो वह अच्छा है। कमरे के अंदर जाकर कपड़े बदलना ही गुड मैनर्स है।
4. बच्चों को जानवरों का उदाहरण दे कर समझाएं
आप बच्चों को जानवरों का उदाहरण दे कर भी समझा सकते हैं कि जब हम जानवर को गलत तरीके से छूते हैं तो वो आपको काटता या फिर चिल्लाने लगता है। ठीक वैसे ही अगर कोई आपके साथ एेसा व्यवहार करता है तो आप भी वैसे ही उसका विरोध करें।
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