भारत की हर रसोई में मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। जो खाने के टेस्टी और हेल्दी बना देते हैं। खाना खाने के बाद अक्सर लोग सौंफ चबाते हैं जिसके कुदरती गुण पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करते हैं। इससे पेट फूलना, गैस, सीने में जलन आदि सहित कई परेशानियों से राहत मिलती है लेकिन कुछ महिलाएं खाने के बाद सौंफ का सेवन करती हैं तो क्या यह सुरक्षित हैं या नहीं?
क्या प्रेग्नेंसी में सौंफ खाना सही?
गर्भावस्था में कुछ औरतों को पाचन संबंधी समस्या हो जाती हैं। घबराहट, जी मिचलाना, खाना खाने को मन न करना, पेट में भारीपन महसूस होना आदि जैसी परेशानी सुबह के समय होती हैं। इसे मार्निंग सिकनेस कहा जाता है। इस दौरान कुछ महिलाओं को सौंफ खाने की आदत पड़ जाती है लेकिन प्रेग्नेंसी में इसका सेवन संभल कर करना चाहिए। बहुत ज्यादा मात्रा में चबाई गई सौंफ का गर्भ में पल रहे बच्चे पर बुरा असर पड़ता है। इससे गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है और स्पॉटिंग और ब्लीडिंग जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
डॉक्टरी सलाह से करें सेवन
सौंफ प्राकृतिक हर्ब है और सेहत के लिए फायदेमंद भी लेकिन कुछ स्टडीज में यह बात सामने आई कि कुछ महिलाओं को प्रेग्नेंसी में बहुत ज्यादा सौंफ खाने से पीरियड्स शुरू हो गए। अगर सौंफ का सेवन करना भी हो तो डॉक्टर से एक बार सलाह जरूर कर लें कि कितनी मात्रा में इसे खाए ताकि गर्भावस्था में किसी तरह की परेशानी न हो।