खराब जीवनशैली और गलत खान-पान के चलते मोटापे महिला की समस्या बन गया है। मगर महिलाओं के सामने जो सबसे बड़ी आती है वो है वजन न कम कर पाने की। अक्सर महिलाओं को शिकायत होती है उनका वजन कम नहीं हो रहा। जहां महिलाओं के लिए 1 कि.लो. वजन कम कर पाना भी मुश्किल हो रहा है वहीं अंकिता लिखितकर ने 13 कि.लो. वजन कम कर खुद को फैट से फिट बना लिया। इतना ही नहीं, अब उनकी फिटनेस इतनी अच्छी है कि वो खुद लोगों को फिट करती हैं।
कभी बढ़े हुए वजन से परेशान थी अंकिता
दरअसल, अंकिता को 2009 में पीसीओडी हो गया था, जिसके कारम उनका वजन बढ़ने लगा और धीरे-धीरे वो ओवरवेट हो गईं। जब वो डॉक्टर के पास गई तो उन्होंने पीसीओडी के लिे दवाइयां दे दी। जिन दवाओं को उन्होंने खाया वो कई तरह के साइडइफेक्ट दे गईं, जैसे शरीर पर अत्यधिक बाल, मोटापा आदि, जिससे उन्हें कोई आराम नहीं मिल रहा था। वह करीब 8 साल तक इन परेशानियों से जूझती रहीं। फिर एक गाइनीक ने उन्हें 10Kg वजन कम करने का टारगेट दिया। डॉक्टर की सलाह थी कि यही अंकिता के लिए एक अच्छा उपाय है।
शुरुआती महीने थे सबसे मुश्किल
अंकिता के लिए शुरूआती महीने काफी परेशानी भरें क्योंकि लाइफस्टाइल में बदलाव करना सबसे मुश्किल काम है। उन्होंने अपनी डाइट से जंक व फास्ट फूड्स को निकाल दिया और हैल्दी चीजों को शामिल किया। इससे उन्हें थोड़ा फर्क दिखने लगा। अंकिता बताती हैं कि अक्सर महिलाएं अपनी रूटीन को पूरी नहीं पाती और कई बार तो जिम भी बीच में ही छोड़ देती है, जो मेरे साथ भी हुआ। मगर उन्होंने काफी हिम्मत रखी और वह धीरे-धीरे फिट होती गई।
डाइट के साथ वर्कआउट पर दिया ध्यान
अंकिता ने बताया कि वजन घटाने के लिए उन्होंने अपनी डाइट पर काफी जोर दिया। उन्होंने जंक, फास्ट फूड्स, शक्कर और अनहैल्दी चीजों का सेवन पूरी तरह बंद कर दिया और डाइट में प्रोटीन व संतुलित आहार लिया। साथ ही उन्होंने अपने वर्कआउट पर भी काफी ध्यान दिया, जिससे उनके हार्मोन सही हो गए। अब अंकिता बिल्कुल फिट है और 2 साल से उन्हें डॉक्टर की जरूरत भी नहीं पड़ी।
महिलाओं के लिए करवाती हैं फिटनेस कॉम्पटीशन
बता दें कि अब वह अपने लुक और अपने शरीर को लेकर काफी कॉन्फिडेंट फील करती हैं। इतना ही नहीं, अब अंकिता महिलाओं के लिए हर साल मिस फिटनेस इंडिया कॉम्पिटेशन भी करवाती है, ताकि वह अपना ताकत दिखा सकते। इस कॉम्पिटेशन में डेडलिफ्ट, पुशअप्स, बेंचप्रेस आदि एक्सरसाइज करवाई जाती है। इसके साथ ही वह महिलाओं को फिटनेस के प्रति जागरुक करने के लिए भी कई प्रतियोगिताएं भी करवाती रहती हैं।
दूसरों को करती हैं फिटनेस के लिए प्रेरित
बता दें कि अंकिता पहले फाइनेंस सेक्टर में काम करती थी लेकिन अब वह खुद की फिटनेस पर ध्यान देती हैं और साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करती हैं। फिलहाल वह गुड़गांव के Fitness and sports science Association की फिटनेस असोसिएशन है ।
28 साल की अंकिता लिखितकर जो कभी अपने वजन को लेकर परेशान रहती थीं आज वह खुद सर्टिफाइड फिटनेस ट्रेनर और पिलाटेस इंस्ट्रक्टर बन चुकी हैं। ऐसे में वह हर उस महिला के लिए प्रेरणा है जो बढ़े हुए वजन को न कम कर पाने के कारण हौंसला छोड़ देती हैं।