बालों का झड़ना एक ऐसी प्रॉब्लम है जिससे दुनिया का हर दूसरा व्यक्ति पीड़ित है। इस समस्या से सबसे अधिक परेशान महिलाएं हैं। बालों के झड़ने के अनेकों कारण है जैसे कि खाने में पोषक तत्वों की कमी, कैमिकल्स युक्त शैंपू का इस्तेमाल या फिर कई लोगों के बाल जेनेटिक कारणों से भी झड़ते हैं।
क्यों झड़ते हैं बाल ?
बालों के झड़ने का मुख्य कारण रसायनों के भरे तेल, शैंपू और कंडीशनरस का इस्तेमाल करना है। लगभग हर घर में 10 तरह के हेयर ऑयल आपको देखने को मिलेंगे। स्वामी जी के अनुसार, इन सभी खुशबूदार तेलों में पेराफिनोल मिक्स होता है, जिनका इस्तेमाल अपने बालों में करने से हमारे बाल खराब हो जाते हैं। बालों का जल्द सफेद होने का भी एकमात्र यही कारण है। पित्त में गर्मी बढ़ने से भी बाल झड़ते हैं। अधिक चिंता करने से भी बाल झड़ते हैं।
योग के जरिए करें बालों का झड़ना दूर
रोज सुबह उठकर 10 से 15 मिनट तक अनुलोम-विलोम करें। रुटीन में अनुलोम-विलोम करने से बालों के झड़ने की समस्या कुछ ही दिनों में ठीक हो जाती है।
शीर्षासन से झड़ने रुकेंगे बाल
बच्चे और हाई बीपी के मरीजों को छोड़कर सभी लोग शीर्षासन भी कर सकते हैं। शीर्षासन करने से बॉडी में बल्ड सर्कुलेशन बेहतर तरीके से होता है जिससे झड़ते बालों की समस्या दूर होती है।
सर्वांगासन भी है फायदेमंद बालों के लिए
सर्वांगासन भी बालों के झड़ने की समस्या को रोकने में काफी फायदेमंद है। रोजाना इसका अभ्यास करने से बालों से रिलेटिड हर समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।
बालों धोने के देसी तरीके
पुराने समय में तो माताएं बच्चों का सिर छाछ और दहीं से नहलाती थी, लेकिन आजकल इन सब घरेलू चीजों से बालों की देखभाल कर पाना मुमकिन नहीं है। इसकी जगह आप आर्युवेदिक शैंपू का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर किसी तरह की बालों में फंगस है तो कोशिश करें हफ्ते में एक बार खट्टी छाछ के साथ सिर अवश्य धोएं। बालों को कंडीशन करने के लिए बालों में मुल्तानी मिट्टी से बने हेयर मास्क लगाएं।
आंवले का रस या चूर्ण
आंवले का सेवन बालों के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। आंवला बालों के साथ-साथ आंखों को भी तेज दृष्टि प्रदान करता है। लौकी के जूस में आंवले का रस मिलाकर पीने से मात्र 2 से 3 हफ्तों में बालों का झड़ना बंद हो जाता है। आप चाहें तो आंवले के चूर्ण का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
च्यवनप्राश का भी करें सेवन
रोज रात को दूध के साथ एक चम्मच च्यवनप्राश खाएं। गर्मियों में च्यवनप्राश की जगह आप अन्य अमृत रसायन जैसे आंवले का जूस ले सकते हैं।