बढ़ती उम्र के साथ लोगों को लगता है कि जैसे ही उनके चेहरे पर झुर्रियां आनी लगती है तो उन्हें ज्यादा भड़कीले या हैवी कपड़े नही पहनने चाहिए क्योंकि उनके जीने के दिन खत्म हो चुके है। वहीं न्यूयॉर्क की रहने वाली तकरीबन 98 साल की आइरिस एप्फेल इस बात को पूरी तरह झूठी साबित करती हैं। आइरिस उन लोगों के लिए एक मिसाल है जिन्हें लगता है कि एक उम्र के बाद जिंदगी खत्म हो जाती हैं। 98 साल की उम्र में भी इनका फैशन सैंस कमाल का हैं।
बचपन में खेलने के मिलते थे कपड़े
आइरिस एप्फेल का जन्म 29 अगस्त 1921 को अमरीकी महानगर न्यूयॉर्क में हुआ था। पेशे से इंटीरियर डिजाइनर यूनिवर्सिटी ऑफ टैक्सास में असिस्टैंट प्रोफेसर के तौर पर वह पढ़ा चुकी हैं। जब भी वह अपनी नानी के घर जाती, वहां पर उन्हें काम के बाद बचे कपड़े खेलने के लिए थमा देती थी। यहीं से आइरिस का कपड़ों के प्रति लगाव शुरु हुआ। उन्होंने अपनी आत्मकथा आइरिस एप्फेल: एक्सिडैंटल आइकन में उन्होंने बताया कि कई बार उनकी नानी उन्हें कुछ कपड़े अपने साथ घर ले जाने के लिए दे देती थी। जिसके बाद उनकी बनावट, रंग, पैटर्न में ही उनकी पूरा शाम निकल जाती थी। इसका प्रणाम आज भी उनके चमकीले कपड़ों, चश्मे व गहनों में देखने को मिलता हैं।
इस उम्र में भी करती है काम
100 साल के करीब होने पर भी आइरिस ने अपनी मॉडलिंग व काम जारी रखा हुआ हैं। वह कई बड़े ब्रांडस के लिए मॉडलिंग व एड फिल्म करती हैं। उनके पति कार्ल से शादी के बाद उन्होंने टैक्सटाइल कंपनी खोली थी। तब उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति आवास व्हाइट हाउस में काम करने का मौका मिला। उन्होंने मिलकर टूमैन, आइजनहॉवर, कैनेडी, जॉनसन, निक्सन, फोर्ड कार्टर जैसे अमेरिकी राष्ट्रपतियों के लिए भी काम किया हैं।
जीवन शैली पर लग चुकी है प्रदर्शनी
उनका स्टाइल व जीवन शैली से जुड़ी एक प्रदर्शनी कॉस्ट्यूम इंस्टीट्यूट ऑफ मैट्रोपोलिटन म्यूजियम में लग चुकी हैं। इतना ही नही बार्बी डॉल बनाने वाली कंपनी उन पर बार्बी डॉल्स बना कर बाजार में लांच कर चुकी हैं।
जिस रुप में हो उसे करो स्वीकार
इन्हें नेचुरल ब्यूटी को अपनाना पसंद है। अपनी सुंदरता के लिए प्लास्टिक सर्जरी करवाना इन्हें बिल्कूल भी पसंद नही है। उनका मानना है कि अगर आपके पास भद्दी नाक है, या भगवान ने नाक नही दी या फिर किसी दुर्घटना के कारण चेहरा खराब हो चुका है तो आपको प्लास्टिक सर्जरी नही करानी चाहिए। इतना ही नही चेहरे पर झुर्रियों को देख कर कभी भी बेचैन या परेशान नही होना चाहिए। झुर्रियां दिखती है तो इसमें कोई बुराई नही हैं।
बनाई अपनी खुद की पहचान
उन्हें स्टाइल के मामले में किसी की भी नकल करना पसंद नही हैं। वह हमेशा खुद के लिए तैयार होती है। वह खुश होती है कि उनकी खुद की एक पहचान है जिसे वह किसी से कॉपी नही करती है। किसी को कापी कर खुद को सजाना स्टाइलिश नही कहलाता हैं।
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