अच्छी सेहत के लिए दिनभर में कम से कम 3-4 लीटर (8-10 गिलास) पानी पीना बहुत जरूरी है लेकिन ज्यादा मात्रा में पानी पीने से आप मोटे भी हो सकते हैं। जी हां, अगर आप सामान्य तौर पर रोजाना 5-6 लीटर से ज्यादा पानी पीते हैं तो इससे किडनी को ज्यादा काम करना पड़ता है, जिसके कारण आप कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। चलिए आपको बताते हैं ज्यादा पानी पीने से क्या-क्या नुकसान होते हैं।
क्यों लगती है ज्यादा प्यास?
आमतौर पर ज्यादा सोडियम व कम पोटैशियम वाली चीजों का सेवन करने से ज्यादा प्यास लगती हैं। वहीं जो लोग ज्यादा नमक खाते हैं उन्हें भी अधिक प्यास लगती है। दरअसल, नमक कोशिकाओं (सेलस) से पानी को बाहर निकालता है, जिससे कोशिकाएं दिमाग को जल्दी-जल्दी प्यास लगने का संकेत देती हैं।
पानी पीने से कैसे बढ़ता है वजन?
वजन तब बढ़ता है, जब शरीर में फैट जमा हो और जमे हुए फैट सेल्स में पानी की मात्रा भी होती है। दरअसल, जरूरत से ज्यादा पानी पीने से किडनी पूरे पानी को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाती। बचा हुआ पानी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बिगाड़ता है, जिससे धीर-धीरे वो शरीर में जमा होने लगता है और वजन बढ़ जाता है।
कितना पानी पीना है जरूरी?
पुरूषों को एक दिन में 12 से 15 गिलास पानी पीना जरूरी है जबकि महिलाओं को एक दिन में 6-8 गिलास पानी पीना चाहिए। इसके साथ जो लोग एक्सरसाइज कर रहे हैं उनको 8-12 गिलास और जो महिलाएं बच्चों को ब्रेस्ट फीडिंग करवाती हो उनको 7-10 गिलास पानी पीना जरूरी है।
ज्यादा पानी पीने के अन्य नुकसान
ज्यादा पानी से दिमाग में सूजन
शोध में पाया गया है कि शरीर में ज्यादा मात्रा में पानी पीने से सोडियम का लेवल तेजी से कम होने लगता है, जिससे दिमाग में सूजन आ सकती है। साथ ही इससे हाइपोट्रिमिया का खतरा बढ़ भी जाता है। सोडियम एक तरह का इलेक्ट्रोलाइट है, जो शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करता है।
किडनी पर भी बुरा असर
जरूरत से ज्यादा पानी पीने से ओवरहाईड्रेशन की समस्या हो सकती है, जिसका सीधा असर किडनी पर पड़ता है। दरअसल किडनी ही शरीर में पानी को फिल्टर करने का काम करती हैं। जब आप ज्यादा पानी पीते हैं तो वह पूरे पानी को बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती, जो किडनी पर दवाब पड़ने लगते हैं। लंबे समय तक ऐसा होने से किडनी फेल होने का भी खतरा हो सकता है।
सिरदर्द और थकावट
ज्यादा पानी पीने से शरीर की कोशिकाएं सूजकर बड़ी हो जाती हैं, जिससे दिमाग पर असर पड़ता है। इससे सिरदर्द, जी मचलना, उल्टी और चक्कर आने लगते हैं। साथ ही रक्त वाहिकाएं और दिमाग पर लगातार दबाव पड़ने से शरीर में थकावट-सी होने लगती है।
हार्ट अटैक का खतरा
ज्यादा पानी खून के घनत्व को बढ़ा देता है, जिससे दिल की बीमारियों और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। जिन मरीजों की बाइ-पास सर्जरी हुई होती है, कुछ मामलों में ऐसे मरीजों को डॉक्टर कम पानी पीने की सलाह देते हैं।
खराब पाचन क्रिया
जरूरत से ज्यादा पानी हमारे शरीर की पाचन प्रक्रिया को बिगाड़ सकता है। दरअसल, ज्यादा पानी पीने से भोजन को पचाने में मदद करने वाला 'पाचन रस' काम करना बंद कर देता है, जिससे भोजन देर से पचने लगता है। इससे पेट से संबंधित रोग होने की आशंका बढ़ जाती है।
सीने और पैर में दर्द
ज्यादा पानी पीने से शरीर में पोटैशियम की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे सीने और पैरों में दर्द की शिकायत होने लगती है।
कम नींद आना
ज्यादा पानी पीने पर आप बार-बार पेशाब जाते हैं, जिससे आप भरपूर और अच्छी नींद नहीं ले पाते। वहीं डायबिटीज रोगियों को भी रात में कम पानी पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसी रोगियों को इससे रात में ज्यादा पेशाब आता है।
लीवर प्रॉब्लम्स
पानी में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जिसके सेवन से लीवर प्रॉब्लम भी हो सकती है। ऐसे में बेहतर होगा कि आप उचित मात्रा में ही पानी का सेवन करें।