इस बार 3 सितंबर को जन्माष्टमी हैं। इस पावन पर्व का इंतजार सभी को बड़ी बेसब्री से होता हैं। सभी इस दिन को अपने-अपने तरीके से सेलिब्रेट करते हैं। कोई खास डिशेज बनाकर मंदिर में चढ़ाता है तो कोई फैमिली के साथ किसी खास जगह पर घूमने की प्लानिंग कर रहा होता। अगर आप भी इस जन्माष्टमी पर फैमिली के साथ कहीं घूमने जाना चाहते है तो आज हम आपको एक स्पैशल जगह के बारे में बताएंगे, जहां फैमिली के साथ जन्माष्टमी का भरपूर आनंद उठाया जा सकता हैं।
वृंदावन के निधिवन के बारे में तो आपने बहुत से लोगों से सुना ही होगा। यहां मौजूद भगवान श्रीकृष्ण की रासलीला के सबूत हैं। मान्यता है कि हर रात यहां भगवान श्रीकृष्ण आते हैं और गोपियों के साथ रास रचाते हैं।
रात को इस जगह पर न कोई इंसान न ही कोई पशु- पक्षी रहता है। कहा जाता है कि आज तक जिसने भी इस रासलीला का देखने को साहस किया वो अपनी सुध-बुध खो बैठा।
निधिवन का रहस्यमयी दृश्य
शायद यहीं वजह रही होगी कि निधिवन के आस-पास बने मकानों में कोई खिड़की नहीं हैं, ताकि रात को चोरी-छिपे रहस्यमयी दृश्य को कोई न देख सके। निधिवन में तुलसी के जितने भी पौधे हैं वो जोड़े में है माना जाता है कि जब राधा-कृष्ण वन में रास रचाते हैं तो ये जोड़ेदार तुलसी के पौधे ही गोपियां बन जाते हैं और सुबह होते ही तुलसी के पौधे के रूप में बदल जाती है।
इस महल में राधा संग विश्राम करते है कृष्णा
निधिवन के अंदर ही एक छोटा सा महल है जो देवी राधा का महल है। इसे रंग महल के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि हर रात यहां कान्हा आते हैं और देवी राधा के साथ विश्राम करते हैं। इसलिए महल में शाम होने से पहले ही पलंग, पानी से भरा एक लोटा और साथ ही सुहाग का पिटारा, आदि रखा जाता है। जब सुबह 5 बजे पट खुलता है तो सारा सामान बिखरा नजर आता है।
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