भारतीय मूल की दलित लेखक सुजाता गिदला को अमेरिका में शक्ति भट्ट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। सुजाता अमेरिका में रह रही है और खुशी की बात यह है कि उनको अपनी पहली पुस्तक "Ants Among Elephants: An Untouchable Family and the Making of Modern India" के लिए यह सम्मान दिया गया है।
सुजाता ने इस किताब में अपने परिवार की चार पीढ़ियों की दास्तान लिखी है। इस पुरस्कार की दौड़ में 6 अन्य पुस्तकें भी शॉर्टलिस्ट थी। जिसमें सुजाता की पुस्तक को चुना गया। उनकी यह पुस्तक उनके चाचा माओवादी नेता के.जी. सत्यमूर्ति पर आधारित है। के.जी. सत्यमूर्ति ने People’s War Group की स्थापना की थी। जिसमें परिवार की व्यथा, गरीबी, पितृसत्तात्मकता और भेदभाव की सीधी, सपाट और साफ तस्वीर पेश की गई है। इस किताब में लिखी हर बात का प्रभाव पाठक के दिल पर पड़ता है जिसमें लिखे गए किस्सागोई कहीं से भी पाठकों को नाटकीय नहीं लगते।
शक्ति भट्ट फाउंडेशन ही शक्ति भट्ट बुक प्राइज के लिए फंड मुहैया करवाता है। इसके विजेता को सम्मान के साथ 2 लाख रुपये का कैश प्राइज भी दिया जाता है। पिछले साल शक्ति भट्ट पुरस्कार श्री लंका के लेखक अनुक अरुद्प्रगासम को मिला था।