बॉलीवुड सिनेमा में वैसे तो आज भी पुरुषों का राज है लेकिन भारत में कुछ ऐसी महिलाएं भी हैं, जिन्होनें अपनी कला से सभी को हैरान कर दिया। आज हम आपको ऐसी ही कुछ महिला फिल्म निर्देशकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने ना सिर्फ भारत बल्कि विदेशों में भी अपनी फिल्मों से नाम कमाया। आइए पढ़ते हैं ऐसी ही कुछ महिलाओं के संघर्ष की और करते हैं इनके जज्बे को सलाम।
भारत के महान महिला फिल्म निर्देशक
फातिमा बेगम
भारत की पहली महिला फिल्म निर्देशक फातिमा ने जब फिल्म बनाई थी तब समाज ने महिलाओं पर काफी प्रतिबंध लगा रखे थे। मगर बिना किसी की परवाह किए इन्होंने 1926 में अपनी पहली फिल्म 'बुलबुले परिस्तान' का निर्देशन किया। यह उस वक्त की एक बड़े बजट की फिल्म थी, जिसमें काफी अलग तकनीकों का भी प्रयोग किया गया था। फातिमा बेगम अपने दौर की सुपरस्टार महिला कलाकार रहीं।
जोया अख्तर
सिनेमा पर अच्छी पकड़ बना चुकी जोया अख्तर ने 'लक बाई चांस' और 'जिंदगी मिलेगी ना दोबारा' जैसी हिट फिल्मों का निर्देशन किया। आज इन्हें बॉलीवुड में एक सफल महिला निर्देशक के रूप में जाना जाता है।
दीपा मेहता
बॉलीवुड का सिर गर्व से ऊंचा करने वाली दीपा मेहता ऑस्कर नॉमिनेटेड फिल्म डायरेक्टर हैं। इनकी फिल्में भारतीय परिवेश के सामाजिक मुद्दों और महिलाओं पर केंद्रित होती हैं। इन्होंने 1996 में बनी 'फायर', 1998 की 'अर्थ' और 2005 की 'वाटर' से ऑस्कर अवार्ड में प्रवेश किया। आज दीपा मेहता इंडो-कैनेडियन फिल्म डायरेक्टर के नाम से ज्यादा मशहूर हैं।
मीरा नायर
अपनी फिल्मों से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने वाली मीरा नायर पुरूषों को भी टक्कर देती हैं। मीरा ने अपने सफर की शुरुआत शार्ट फिल्म व डाक्यूमेंट्री से की लेकिन आज उनका नाम देश की बेस्ट फिल्म निर्देशक में शामिल हैं। फिल्म 'सलाम बॉम्बे' (1988) ने इन्हें बॉलीवुड में पहचान दिलाई, जिसके लिए इन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इतना ही नहीं इनकी इस पहली फिल्म को कांस फिल्म फेस्टिवल में गोल्डेन कैमरा अवार्ड भी मिला।
रीमा कागती
रीमा कागती अपनी फिल्मों को लेकर काफी चर्चा में रहती हैं। इनकी पिछली फिल्म 'तलाश' को भारतीय फिल्मी जगत में काफी सराहा गया। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत 2007 में फिल्मी 'हनी मून ट्रेवल्स' से की।
किरण राव
आमिर खान की पत्नी किरण राव भी फेमस महिला फिल्म निर्देशक में से एक हैं। इन्होंने बॉलीवुड में फिल्म 'धोबी घाट' से अपनी पहचान बनाई। हालांकि इसके बाद वह दोबारा निर्देशन में तो नही आई लेकिन इसी फिल्म से इन्होनें निर्देशन से अपनी एक पहचान बना ली है।
अनुषा रिजवी
फिल्म 'पीपली लाइव' से लोगों के दिल में जगह बनाने वाली अनुषा रिजवी किसी पहचान की मोहताज नहीं है। बता दें कि फिल्म निर्देशन के क्षेत्र में आने से पहले वह एन.डी.टी.वी. की रिपोर्टर थीं। इन्होनें किसानों द्वारा की जा रही आत्महत्याओं को आधार बना कर एक कहानी लिखी थी और उस पर ही इन्होनें अपनी पहली फिल्म बनाई, जिन्हें लोगों ने खूब पसंद भी किया।
फराह खान
फराह खान बॉलीवुड की काफी जानी मानी बॉलीवुड निर्देशिका हैं, जिन्होंने 'मैं हूं ना' और 'ओम शांति ओम' जैसी कई बेहतरीन फिल्में दी है। इन्होंने सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि टेलीविजन की दुनिया में काफी नाम कमाया। इतना ही नहीं, फिल्म निर्देशिका होने के साथ-साथ फराह खान एक सफल कोरियोग्राफर भी हैं।
लीना यादव
महिला निर्देशिको में एक अलग पहचान बनानेवाली लीना यादव अक्सर कुछ नया करने की सोचती हैं। इनकी दोनों फिल्में 'शब्द' और 'तीन पत्ती' हॉलीवुड से प्रेरित रहीं है। इसके अलावा भी लीना ने बॉलीवुड की 'राजमा चावल' जैसी बेहतरीन फिल्मों का निर्देशन किया है।
गौरी सिंधे
फिल्म 'इंग्लिश-विंग्लिश' से सबके दिलों में छा जाने वाली फिल्म निर्देशिका गौरी सिंधे मशहूर फिल्म निर्देशक आर. बाल्की की पत्नी हैं। इन्होंने अपनी करियार की शुरूआत डाक्यूमेंट्री फिल्मों से की लेकिन आज वह किसी भी पहचान की मोहताज नहीं है।