शिशु के संपूर्ण पोषण के लिए मां का दूध बेस्ट आहार है। मां के खान-पान बच्चे की पोषण पर बहुत प्रभाव डालता है, इसी कारण दूध पिलाने वाली माओं को हेल्दी डाइट लेने की सलाह दी जाती है। ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान खाई गई दवाइयों का असर भी शिशु को पहुंचता है। इस समय खाई जाने वाली गर्भनिरोधक गोलियों का असर बच्चे पर पड़ता है या नहीं इस बात की फ्रिक हर मां को सताती है।
कुछ अध्ययनों में यह बात कही गई है कि स्तनपान के दौरान गर्भनिरोधक गोलियों का असर ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन से जुड़ा हुआ है। इस वजह से औरतों को गर्भनिरोधक गोलियां नहीं खाने की सलाह दी जाती है ताकि बच्चे की सेहत अच्छी रहे।
ब्रेस्ट फीडिंग है नेचुरल गर्भनिरोधक
कुछ मामलों में स्तनपान भी गर्भ निरोधक का काम करता है। डिलीवरी के बाद बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग करवाने वाली महिला को पीरियड्स शुरू नहीं हुए तो इसे किसी गर्भनिरोधक की जरूरत नहीं होती।
ब्रेस्ट मिल्क पर असर डालती हैं गर्भनिरोधक गोलियां
स्तन पान करवाने वाली औरतें अगर इन गोलियों का सेवन करना चाहती हैं तो अपनी
गायनाकॉलोजिस्ट की सलाह से ही गोलियां खाए। जिससे स्तनपान के दौरान बच्चे को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि इन दवाओं में हॉर्मोंनस होते हैं जो दूध के जरिए बच्चे की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं।
कॉन्ट्रासेप्टिक पिल्स खाने से पहले ध्यान में रखें ये बातें
1. पहले से ही कॉन्ट्रा सेप्टिक पिल्स खा रही हैं तो डिलीवरी के बाद खुद ही इसे दोबारा शुरू न करें। इसके बारे में पहले अपनी डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
2. इन दवाओं का सेवन करने से दूध कम हो जाए तो बिना देरी किए डॉक्टर को बताएं।
3. गोलियों का बजाए गर्भनिरोधक के दूसरे तरीके इस्तेमाल करना बेहतर रहता है।
4. थाइराइड जैसी बीमारी से पीडित हैं तो गोलियां खाने से पहले डॉक्टर को अपनी स्थिति के बारे में जरूर अवगत करवाएं।
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