घर में रखी किसी भी चीज का असर उसमें रहने वाले लोगों पर पड़ता है। वास्तु के अनुसार दीवारों का रंग भी हमारे ऊपर साकारात्मक और नाकारात्मक प्रभाव डालता है। जैसा उनका रंग होता है हम वैसा ही बर्ताव करने लगते हैं। इसी वजह से घर की दीवारों पर वास्तु के अनुसार बताए गए रंग ही करवाना चाहिए।
1. लाल रंग से बढ़ता है डिप्रेशन
बोल्ड, साहसी, आक्रामकता, गर्माहट और एनर्जी को दर्शाता है लाल रंग। इसको आप लिविंग रूम में करवा सकते हैं। मगर ध्यान रहे जिन लोगों को डिप्रेशन और तनाव हो उनको भूलकर भी लाल रंग अपने घर में नहीं करवाना चाहिए।
2. मूड फ्रेश और शांत रखता है हरा रंग
अस्पताल में ज्यादातर हरा रंग करवाया जाता है क्योंकि इससे मूड फ्रेश और दिमाग शांत होता है। वास्तु के अनुसार जिन कपल्स में मनमुटाव होता है उनको कमरे में हरा रंग करवाना चाहिए।
3. अहंकार बढ़ाता है सफेद रंग
साफ-सफाई, शुद्धता, खुलापन, मासूमियत, सादगी दर्शाता है सफेद रंग। वास्तु के अनुसार कभी भी सफेद रंग को पूरे घर में नहीं करवाना चाहिए। इससे अहंकार बढ़ता है।
4. डिप्रेशन और निराशा मिटाता है ऑरेंज रंग
दृढ़ता, कम्युनिकेशन, अच्छा स्वास्थ्य, ऊर्जा, आराम, चुस्ती बयां करता है ऑरेंज रंग। जो लोग अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहते हैं उनको कमरे में यह रंग जरूर करवाएं।
5. ब्राउन रंग से जीवन में आती हैं खुशियां और संतुष्टि
ब्राउन रंग पुरुषों से संबंधित माना जाता है लेकिन कोई भी इसका इस्तेमाल कर सकता है। इसको करवाने से जीवन में खुशी और संतुष्टि आती है।
6. शाही अंदाज दिखाता है पर्पल यानी बैंगनी रंग
बैंगनी रंग शिष्टता का प्रतीक हैं बेडरूम के अनुसार दीवारों पर इन रंगो से चित्रकारी करने से राजसी भाव और धन की भावना दर्शाता है। बैंगनी रंग का मूल अर्थ समृद्धि और गहराई है इसलिए अगर कोई शाही अंदाज पसंद प्यार करता है, तो बैंगनी रंग उस बैडरूम पर निश्चित रूप से काम करेगा।
7. वास्तु में शुभ मानें जाते हैं न्यूट्रल रंग
वास्तु शास्त्र के अनुसरा न्यूट्रल रंग बहुत अच्छे मानें जाते हैं। घर और इमारतों के लिए यह रंग बेस्ट हैं।