भारत की टेनिस स्टार सानिया मिर्जा का आज बर्थ डे है। इंडिया में क्रिकेट के शौकीन लोगों में टेनिस का क्रेज लाने वाली सानिया ही है। बहुत सी लड़कियां उन्हें अपना रोल मॉडल मानती हैं लेकिन मोहतरमा सिर्फ टेनिस ही नहीं अन्य वजहों से भी लाइमलाइट में रहती हैं, जिसमें उनका फैशन स्टेटमेंट भी शामिल है। चलिए बताते हैं 6 साल की उम्र में टेनिस रैकेट थामने वाली सानिया मिर्जा की लाइफ की इंस्पायरिंग स्टोरी...
मुंबई में जन्मी सानिया की पढ़ाई हैदराबाद के एनएएसआर स्कूल और सेंट मैरी कॉलेज में पढ़ाई पूरी की। उनके पिता इमरान खेल रिपोर्टर थे और मां नसीमा मुंबई में प्रिंटिंग व्यवसाय से जुड़ी एक कंपनी में काम करती थीं। सानिया के सक्सेस के पीछे उनके पिता का अहम योगदान है।
स्पॉन्सरशिप लेकर खेल जगह में बनाई जगह
सानिया ने महेश भूपति के पिता और भारत के सफल टेनिस प्लेयर सीके भूपति सेअपनी शुरुआती कोचिंग ली। पैसे की कमी के चलते पिता ने बेटी का सपना पूरा करने के लिए कुछ बड़े कमर्शियल ग्रुप्स से स्पॉन्सरशिप ली और बेटी ने पूरी लगन से इस खेल में अपनी जगह बनाई और उनकी मेहनत रंग लाईं।
14 साल की उम्र में जीती पहली चैंपियनशिप
1999 में सानिया ने सिर्फ 14 साल की उम्र में विश्व जूनियर टेनिस चैंपियनशिप से इंटरनेशनल करियर शुरु किया और 17 साल की उम्र उन्होंने जूनियर विंबलडन में डबल्स में जीत हासिल की। उसके बाद 17 साल की उम्र यानि की 2003 में इल्ड कार्ड एंट्री करने के बाद जूनियर विंबलडन में डबल्स में जीत हासिल की।
हासिल कर चुकी है ग्रैंड स्लैम
2009 में महेश भूपति के साथ ऑस्ट्रेलियन ओपन का मिक्स डबल्स और 2012 में फ्रेंच ओपन मिक्स डबल्स का खिताब जीता। 2014 में सानिया मिर्जा ने ब्राजील के ब्रूनो सुआरेस के साथ यूएस ओपन मिक्स, 2015 में मार्टिना हिंगिस के साथ विंबलडन का डबल्स और यूएस ओपन के डबल्स का खिताब अपने नाम किया। 2016 में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपन का डबल्स खिताब जीता।
16 साल की उम्र में हासिल किया अर्जुन अवॉर्ड
सम्मान की बात करें तो बता दें सानिया महज 16 साल की थी जब उन्हें अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। इसके बाद 18 साल की उम्र में सानिया को साल 2006 में पद्मश्री से नवाजा गया। सानिया इस सम्मान को पाने वाली सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बनी थीं। 2006 में ही सानिया को अमेरिका में वर्ल्ड टेनिस की दिग्गज हस्तियों के बीच डब्लूटीए का मोस्ट इम्प्रेसिव न्यू कमर चुना गया। सानिया को साल 2015 में राजीव गांधी खेल रत्न और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानिया किया गया।
चलिए अब बात करते हैं उनकी पर्सनल लाइफ की...
सानिया मिर्जा ने साल 2009 में बचपन के दोस्त सोहराब मिर्जा से सगाई की लेकिन यह रिश्ता कुछ समय में ही टूट गया। एक इंटरव्यू में सानिया ने बताया था कि बेशक हम बचपन के दोस्त है और दोस्त के नजरिये से ठीक है लेकिन जीवनसाथी के तौर पर हम में बात नहीं बनी।
इसके बाद सानिया 2012 में पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मालिक से शादी कर ली। दोनों की लवस्टोरी आस्ट्रेलिया के एक रेस्टोरेंट में हुई एक मुलाकात से शुरु हुई, वही शोएब ने सानिया के मैच देखने की बात कहीं। सानिया के पिता ने शोएब को डिनर पर बुलाया और यह सिलसिला बढ़ता गया। फोन पर बातें होने लगी और शोएब ने कहा कि चाहे जब भी हो शादी तुमसे ही करनी है। मैं ये बात अपनी मां को बताने जा रहा हूं। सानिया को शोेएब का यहीं सिंपल सा अंदाज इंप्रेस कर गया। मुस्लिम रीति-रिवाजों से दोनों की शादी हुई। हालांकि यह शादी इतनी आसान भी नहीं रही। सानिया का काफी विरोध हुआ।
लोगों ने यहां तक कहा कि उन्हें अब भारत के लिए नहीं खेलना चाहिए। हालांकि सानिया ने इस तरह के विवादों से दूरी बनाते हुए खेल पर ही फोक्स किया और भारत के लिए खेलती रहीं। फैशन स्टेटमेंट की बात करें तो सानिया दोनों ही वेस्टर्न और ट्रडीशनल दोनों ही लुक में बेहद स्टनिंग दिखती हैं। दोनों का एक प्यारा सा बेटा है जिसका नाम उन्होंने इजहान मिर्जा मलिक रखा।
भारत की इस होनहार बेटी पर हम सबको गर्व है। सानिया बहुत लड़कियों की रोल मॉडल हैं। वहीं उन्होंने पेरेंट्स को भी मोटिवेट किया कि वह अपनी लड़कियों को आगे लाए ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो सकें।